बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह इन दिनों अपने एक बयान को लेकर बहुत ही चर्चा में हैं. नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि उन्हें आज के भारत से बहुत दर लगता है. हाल ही में उन्होंने कहा '' मुझे डर लगता है कि किसी दिन गुस्साई भीड़ मेरे बच्चों को घेर सकती है और पूछ सकती है, 'तुम हिंदू हो या मुसलमान? इस पर मेरे बच्चों के पास कोई जवाब नहीं होगा."
नसीरुद्दीन शाह ने बुलंदशहर हिंसा का जिक्र करते हुए इस बात को कहा है कि आज के भारत में एक गाय की जान पुलिस वाले से ज़्यादा कीमती है. नसीरुद्दीन कहते हैं कि उन्होंने अपने बच्चों को किसी तरह की धार्मिक शिक्षा नहीं दी है. उनका कहना है कि भारतीय समाज में एक तरह का जहर फैल रहा है. जिस वजह से हमें उस जिन्न को बोतल में बंद करना बेहद मुश्किल होगा. क्योंकि कानून को हाथ में लेने वालों को लेकर अब ऐसा माहोल फैल रहा है कि इनका कोई कुछ नहीं बिगड़ नहीं सकता.
बुलंदशहर शहर हिंसा पर बात करते हुए उन्होंने कहा "हम पहले ही देख चुके हैं कि एक गाय की जान की कीमत एक पुलिस वाले की जान से ज़्यादा है." नसीरुद्दीन शाह का ये हमला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की उस घटना पर है जहां मृत गाय मिलने के बाद हिंसा भड़की थी और सुबोध कुमार सिंह नाम के पुलिस वाले को भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया था.
वो कहते हैं, "मुझे धार्मिक शिक्षा दी गई थी लेकिन रत्ना (उनकी पत्नी) ने बच्चों को किसी तरह की धार्मिक शिक्षा नहीं देने का फैसला किया और हमने इसे ही लागू किया." नसीरुद्दीन के इस बयान को लेकर अब चर्चा में तेज हो गई है.
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