आरएसएस चीफ मोहन भागवत के एयर इंडिया को लेकर दिए गए सुझाव के बाद अब बीजेपी लीडर सुब्रमण्यम स्वामी ने एयर इंडिया की बिक्री को 2019 तक रोकने की सलाह दी है.
इसी के साथ उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा को हटाने की मांग भी रखी है. इससे पहले सोमवार को मोहन भागवत ने कहा था कि एयर इंडिया का कंट्रोल और मैनेजमेंट किसी भारतीय कंपनी के हाथ में ही रहना चाहिए और सरकार को अपने आसमान का नियंत्रण और स्वामित्व नहीं गंवाना चाहिए.
सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा, 'एयर इंडिया बिक्री मामले पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की चेतावनी का मैं स्वागत करता हूं. पीएम को मेरी सलाह है कि 2019 चुनावों के बाद इसपर विचार करें. इसके अलावा जयंत सिन्हा को भी हटा दें.
I welcome RSS sarsangh chalak Mohan Bhagwat's timely warning on Air India family silver sale. My advice to Namo: Put off the proposal to post 2019 poll. Also drop Jayant Sinha
— Subramanian Swamy (@Swamy39) April 17, 2018
भागवत ने क्या कहा था
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि एयर इंडिया का विनिवेश हो, लेकिन इसका स्वामित्व उसी भारतीय कंपनी को दिया जाए जो सही तरीके से इसे चलाने में सक्षम है. गौरतलब है कि सरकार ने कर्ज के बोझ से दबी राष्ट्रीय एयरलाइन की बिक्री की प्रक्रिया शुरू की है.
भागवत ने सरकार को चेताया कि उसे अपने आकाश का नियंत्रण और स्वामित्व नहीं गंवाना चाहिए. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के परिचालन का ठीक से प्रबंधन नहीं किया गया.
भागवत ने कहा कि दुनिया में कहीं भी राष्ट्रीय एयरलाइन में 49 प्रतिशत से अधिक विदेशी निवेश की अनुमति नहीं है. उन्होंने विशेष रूप से जर्मनी का जिक्र किया, जहां विदेशी हिस्सेदारी की सीमा सिर्फ 29 प्रतिशत है.
उन्होंने कहा कि यदि विदेशी हिस्सेदारी की सीमा 49 प्रतिशत को पार कर जाती है तो शेयरों को जब्त कर उन्हें घरेलू निवेशकों को बेचा जाना चाहिए, जैसा अन्य देशों में किया जाता है.
(भाषा इनपुट के साथ)
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