बीते वित्त वर्ष में 13 राज्यों के फिस्कल डिफिसिट (राजकोषीय घाटा) में औसतन 25 प्रतिशत की गिरावट आई है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य रूप से पूंजीगत व्यय में कमी से फिस्कल डिफिसिट कम हुआ है. हालांकि मार्च, 2018 को समाप्त वित्त वर्ष में इन राज्यों के रेवेन्यू में 7.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
घरेलू क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 में इन राज्यों का राजस्व 11.5 प्रतिशत बढ़ा था. ये आंकड़े कैग द्वारा 13 राज्यों के अस्थायी वित्तीय आंकड़ों पर आधारित हैं.
वित्त वर्ष 2017-18 में 13 राज्यों का पूंजीगत व्यय 25.1 प्रतिशत घटकर 3,200 अरब रुपए पर आ गया. यह 2016-17 में 4,300 अरब रुपए था. आंशिक रूप से पूंजीगत खर्च घटने की वजह से फिस्कल डिफिसिट कम हुआ है.
इक्रा की रिपोर्ट में कहा गया है कि कैग के आंकड़ों से पता चलता है कि 13 राज्यों के फिस्कल डिफिसिट में 25 प्रतिशत की जोरदार गिरावट आई है. इस दौरान इन राज्यों की राजस्व प्राप्तियां 7.5 प्रतिशत बढ़ीं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 11.5 प्रतिशत बढ़ी थीं.
एजेंसी के अनुसार राजस्व प्राप्तियों में कमी की वजह गैर कर राजस्व का नीचे आना है. इसमें केंद्र का अनुदान और राज्यों का खुद का कर गैर राजस्व दोनों शामिल है. इसके अलावा कर राजस्व में वृद्धि की रफ्तार भी कम रही. इसमें केंद्र से मिला करों का हिस्सा और राज्यों का खुद का कर राजस्व दोनों शामिल है.
हालांकि, एजेंसी का अनुमान है कि 13 राज्यों का कुल कर राजस्व 2017-18 में 10.1 प्रतिशत बढ़ा है, क्योंकि कैग के आंकड़े अस्थायी हैं. वित्त वर्ष 2016-17 में राज्यों का कर राजस्व 7.7 प्रतिशत बढ़ा था.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.