सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. कारोबारी दिन सेंसेक्स में 680 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखी गई. इसके साथ ही मार्केट लाल निशान पर बंद हुआ. रीयल्टी, बैंकिंग, आईटी और वाहन क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली और वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख से शेयर बाजारों में शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज हुई.
बंबई शेयर का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 689.60 अंक या 1.89 प्रतिशत टूटकर 35,742.07 अंक पर आ गया. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 197.70 अंक या 1.81 प्रतिशत के नुकसान से 10,754 अंक पर बंद हुआ. पूरे हफ्ते पर अगर गौर किया जाए तो साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 527.93 अंक नुकसान में रहा तो साप्ताहिक आधार पर निफ्टी भी 134 अंक टूटा.
सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, मारुति, एलएंडटी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिस बैंक, विप्रो और इंडसइंड बैंक चार प्रतिशत तक टूट गए. वहीं दूसरी ओर एनटीपीसी, पावरग्रिड और कोल इंडिया के शेयर एक प्रतिशत तक चढ़ गए.
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में भारी बिकवाली देखने को मिली. मिडकैप में 1.79 प्रतिशत और स्मॉलकैप में एक प्रतिशत की गिरावट आई. अमेरिका में सरकार के कामकाज की संभावित बंदी और अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक रुख प्रभावित हुआ, जिसका असर यहां भी दिखाई दिया.
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