बाजार खुलते ही सेंसेक्स में बड़ी गिरावट दर्ज की गई. पूरी दुनिया के बाजारों मचे उथल-पुथल को इसका कारण बताया जा रहा है. बीएसई 545.95 प्वाइंट या 1.55 फीसद गिरकर 34,520.80 प्वाइंट पर अटक गया. निफ्टी 173.80 प्वाइंट गिरकर 10,586.80 पर दर्ज हुआ.
बाजार के जानकारों की मानें तो इस गिरावट के लिए कई कारण जिम्मेदार है. बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, ऑटो, ऑयल व गैस स्टॉक्स में भारी बिकवाली का दबाव इक्विटी गिरावट के जिम्मेदार माने जा रहे हैं.
पिछले हफ्ते वॉल स्ट्रीट में भारी घाटा देखा गया जिसके चलते एशियाई बाजारों में 1 फीसद तक गिरावट आई. दरअसल अमेरिकी में बंपर जॉब और ट्रेजरी में लगातार बढ़ोतरी ने ब्याज दर बढ़ाने की आशंका पैदा की हैं. इस कारण दुनिया भर के बाजारों हलचल है.
जिन कंपनियों के शेयर गिरे उनमें यस बैंक, एचडीएफसी लि., एसबीआई, एक्सिस बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, टाटा स्टील, हिंद यूनीलिवर, एलएंडटी, एमएंडएम, अडानी पोर्ट्स, कोटक बैंक और आरआईएल के नाम हैं. इनके शेयरों में 3.89 फीसद तक की गिरावट देखी गई.
शेयरों पर अभी हाल में जारी केंद्रीय बजट का भी असर देखा जा रहा है. बीते शुक्रवार इक्विटी में 2016 के बाद सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी. यह गिरावट लॉन्ग टर्म कैपिटल को फिर से शुरू करने को लेकर था. उस दिन सेंसेक्स 839 प्वाइंट और निफ्टी 256 प्वाइंट गिरकर बंद हुआ था.
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