लग्जरी कार कंपनी ऑडी, जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) और मर्सिडीज़ बेंज का कहना है कि वाहनों की कीमत में बढ़ोतरी का असर मौजूदा वित्त वर्ष (2018-19) में भारत में उनकी बिक्री पर रहेगा.
इन वाहन कंपनियों ने बजट में आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद अपने वाहनों के दाम बढ़ाए हैं. इनका मानना है कि मौजूदा वित्त वर्ष में उद्योग की कुल वृद्धि सपाट या 10 प्रतिशत से कम रहेगी जबकि पहले उम्मीद थी कि वृद्धि 10 प्रतिशत से अधिक रहेगी.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018-19 के आम बजट में मोटर वाहनों, मोटर कार, मोटरसाइकिल के पुर्जों के सीकेडी (कंप्लीटली बिल्ट यूनिट) के रूप में आयात पर सीमा शुल्क को 10 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया था.
इसके साथ ही सरकार ने मोटर वाहनों, मोटर कार, मोटरसाइकिल के पुर्जों, उपकरणों पर सीमा शुल्क को 7.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया. इसके बाद वाहन कंपनियों ने अपनी गाड़ियों के दाम एक लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक बढ़ाए हैं.
जगुआर लैंड रोवर के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (भारत) रोहित सूरी ने कहा, ‘नई कीमतों का प्रभाव अभी सामने नहीं आया है. हमें नहीं लगता कि बाजार मौजूदा वित्त वर्ष में इतना तेज रहेगा. शुल्क दरों में बढ़ोतरी के चलते यह वृद्धि 10 प्रतिशत से कम ही रहेगी.’
उन्होंने कहा कि हालांकि जेएलआर इंडिया को मौजूदा वित्त वर्ष में बिक्री में 10 प्रतिशत से अधिक यानी दहाई अंक की वृद्धि की उम्मीद है.
ऑडी इंडिया के प्रमुख राहिल अंसारी ने कहा, ‘आम बजट के कार्यान्वयन के साथ ही कारें और महंगी हो गई हैं. हम दहाई अंक की वृद्धि की योजना में थे लेकिन अब हमें इस साल सपाट वृद्धि की उम्मीद है.’
वहीं मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक रोलैंड फोल्गर ने कहा, ‘आने वाली तिमाहियों में मौजूदा वृद्धि को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होगा और हम सतर्क रूप से आशावादी हैं.’
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