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GST काउंसिल की बैठक: रोजमर्रा की 177 वस्तुएं हुईं सस्ती

च्यूइंगगम, चॉकलेट, वॉशिंग पाउडर, मार्बल और शेविंग क्रीम पर जीएसटी घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है

Updated On: Nov 10, 2017 03:16 PM IST

FP Staff

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GST काउंसिल की बैठक: रोजमर्रा की 177 वस्तुएं हुईं सस्ती

असम के गुवाहटी में जीएसटी काउंसिल की 23वीं बैठक में शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है. अब से सिर्फ 50 वस्तुओं पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगेगा. 28 प्रतिशत के दायरे में तंबाकू और सिगरेट अभी भी होंगे. च्यूइंगगम, चॉकलेट, वॉशिंग पाउडर, मार्बल और शेविंग क्रीम पर जीएसटी घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है. लग्जरी सामान पर टैक्स कम नहीं किया गया है. लग्जरी वस्तुओं पर 28 प्रतिशत ही टैक्स लगेगा.

हालांकि इससे सरकार को 20,000 करोड़ का नुकसान होगा. इससे पहले 28 प्रतिशत टैक्स के दायरे में करीब 227 वस्तुएं आती थीं.

सुशील मोदी ने कहा 'करीब 227 वस्तुएं 28 प्रतिशत जीएसटी के दायरे में आती थीं. अब इन्हें घटाकर 50 कर दिया गया है. जो वस्तुएं ज्यादा लग्जरी थीं उन पर टैक्स नहीं कम किया गया है. आम लोगों के उपभोग की वस्तुएं पर टैक्स घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है.'

असम के वित्त मंत्री ने कहा 'जीएसटी मीटिंग में लिए गए फैसले ऐतिहासिक होंगे. कई महत्वपूर्ण फैसले व्यपारियों और उपभोक्ताओं के पक्ष में लिए गए हैं. अहम फैसले जैसे करीब 200 वस्तुओं को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत के दायरे में लाया गया है.'

जीएसटी की दिक्‍कतों को देखने वाले पैनल के प्रमुख बिहार के उप मुख्यमंत्री और जीएसटी काउंसिल के सदस्य सुशील मोदी के मुताबिक, 28 फीसदी टैक्स के दायरे में आनेवाली ज्यादातर चीजों पर टैक्स घटाया गया है इसके साथ ही 200 रोज इस्‍तेमाल होने वाली वस्‍तुओं पर टैक्‍स घटाया जा सकता है.

जीएसटी स्लैब में हो सकते हैं बड़े बदलाव

सरकार ने उपभोक्ताओं को तोहफा देते हुए सिर्फ 50 वस्तुओं पर 18 फीसदी टैक्स लगाने का फैसला किया है. इनमें रोजमर्रा के इस्‍तेमाल की वस्‍तुएं के अलावा प्‍लास्टिक प्रोडक्‍ट और हैंड मैड फर्नीचर जैसे सामान सस्ते हुए हैं. इससे कंज्‍यूमर्स और इनकी मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कंपनियों को राहत मिलेगी.

रोज  इस्तेमाल होने वाली वस्तु जैसे मेकअप, इलेक्ट्रिक बल्ब पर टैक्स घट सकता है. रेस्टोरेंट में खाना भी सस्ता हो सकता है.इसके साथ ही रीयल एस्टेट को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार हो सकता है जिसके कारण रीयल एस्टेट के दायरे में आने से घर खरीदना सस्ता हो सकता है.

रोजमर्रा की चीजों पर दिया सबसे ज्यादा ध्यान

- शैंपू पर भी सरकार ने टैक्स घटाकर 18 फीसदी कर दिया है. सुशील मोदी ने बैठक के बाद कहा कि आम लोगों पर पड़ने वाले बोझ पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया है.

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