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यमन के 70 लाख लोग खड़े हैं अकाल की कगार पर

यमन के करीब दो-तिहाई लोगों को है मानवीय मदद की जरूरत

IANS

साल 2017 में यमन के करीब 70 लाख लोग अकाल की कगार पर खड़े हैं. यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के कोऑर्डिनेटर जेमी मैकगोल्डरिक ने मंगलवार को यह चेतावनी दी है.

1.88 करोड़ लोगों को है मानवीय मदद की जरूरत


संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता फरहान हक ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘मैकगोल्डरिक ने कहा है कि यह खतरनाक है कि यमन की कुल जनसंख्या के करीब दो-तिहाई लोग यानी 1.88 करोड़ लोगों को किसी प्रकार के मानवीय मदद या संरक्षण की जरूरत है.’

साल 2015 मार्च में सऊदी अरब के सैन्य गठबंधन ने प्रभावशाली हौती लड़ाकों से मुकाबला किया था. इसमें उन्होंने उत्तरी यमन के ज्यादातर इलाकों पर कब्जा जमा लिया था. जिसमें राजधानी सना और लाल सागर का बंदरगाह शहर होदिदा भी शामिल था.

50,000 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके है इस लड़ाई में

यहां दो साल तक लगातार जारी लड़ाई की वजह से लाखों लोगों का जीवन तबाह हो गया है. मैकगोल्डरिक के अनुसार, इस लड़ाई में 50,000 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं. जिनमें 1,540 बच्चे मारे गए और 2,450 घायल हुए बच्चे भी शामिल हैं.

मैकगोल्डरिक ने कहा कि इसके अलावा 1,550 बच्चों को सैन्य लड़ाइयां लड़ने के लिए भर्ती किया गया है.

इस संबंध में, उन्होंने सभी दलों से लड़ाई खत्म कर बातचीत से मसला सुलझाने का निवेदन किया है.