वाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका भारत को वैसी रक्षा तकनीक देने का इच्छुक है जिसे वह आम तौर पर अपने करीबी सहयोगियों के लिए रिजर्व रखता है. इससे ट्रंप प्रशासन के दोनों देशों के रक्षा संबंधो को मजबूती देने का इरादा दिखाई देता है.
हालांकि एक वरिष्ठ अधिकारी उन रिपोर्टो की पुष्टि करने से बचते दिखाई दिए कि रक्षा मंत्रालय ने भारत को 22 गाडर्यिन ड्रोन बेचने को मंजूरी दे दी है.
अधिकारी ने कहा, 'वास्तव में हम संभावित हथियार डील के बारे में तब तक कुछ नहीं कह सकते जब तक कि इसे कांग्रेस में नोटिफाई नहीं किया जाए.'
'रक्षा संबंध हमारे लिए बेहद अहम'
उन्होंने कहा, 'लेकिन मैं केवल इतना कह सकता हूं कि रक्षा संबंध बेहद अहम हैं. अमेरिका उस आधुनिक तकनीक को उपलब्ध कराना चाहता है जिस प्रकार की तकनीक वह केवल अपने प्रमुख सहयोगियों को मुहैया कराता है.' माना जा रहा है कि अगले सप्ताह मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान रक्षा अहम एजेंडा हो सकता है.
उन्होंने कहा, 'हम बेहद सार्थक यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं. जिस प्रकार की बिक्री की हम बात कर रहे हैं वह सामरिक साझेदारी के साथ ही हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग करने और दोनों देशों के हितों को साधने के लिए अहम है.'