view all

चीन में सेंशरशिप: कम्युनिस्ट बैठक से पहले व्हाटसएप पर लगा बैन

व्हाटसएप पर प्रतिबंध लगाने का मुख्य कारण अक्टूबर महीने में होने वाली कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक को माना जा रहा है

FP Staff

चीन में मैसेजिंग एप वॉट्सऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. ओपन ऑब्जर्वेटरी ऑफ नेटवर्क इंटरफेरेंस (ओओएनआई) ने सोमवार रात को बताया कि चीन के इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स ने 23 सितंबर से वॉट्सऐप की सेवाएं ब्लॉक करनी शुरू कर दी हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, इसका मुख्य कारण अक्टूबर महीने में होने वाली कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक को माना जा रहा है. बैठक में हिस्सा लेने वाले लोगों की जानकारी व्हाट्सएप द्वारा बाहर लीक न की जाए इसलिए सेंसरशिप के तहत चीनी अधिकारियों ने यह कदम उठाया है. ट्विटर पर साझा की गई सार्वजनिक रिपोर्ट की मानें तो 19 सितंबर से ही व्हाट्सएप को कई यूजर्स इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे. चीनी यूजर्स ने पिछले कुछ महीनों से व्हाट्सएप को इस्तेमाल करने में काफी दिक्कतों का सामना करने की बात कही है.


चीन ने सोशल मीडिया पर पहले से लगा रखा है प्रतिबंध

व्हाट्सएप से पहले चीन ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और गूगल का एक्सेस ब्लॉक किया था. हालांकि, कई यूजर्स इन सर्विसेस का इस्तेमाल वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएऩ) के जरिए कर रहे हैं. इसके अलावा कई यूजर्स ऐसे टूल्स के जरिए भी ब्लॉक्ड साइट का इस्तेमाल कर रहे हैं जो सेंसरशिप को दरकिनार करने के लिए इंटरनेट ट्रैफिक को छिपाने का काम करता है. लेकिन चीनी सरकार ने ऐसे वीपीएन के लिए इस साल क्रैक डाउन लॉन्च किया है.

वॉट्सऐप में एक मेसेज एन्क्रिप्शन तकनीक है, जिससे चीनी अधिकारी खुश नहीं है. क्योंकि वह अपने ग्रेट फायरफॉल के जरिए साइबर स्पेस पर करीबी नजर रखते हैं और उसे प्रतिबंधित करते हैं. चीन ने इस साल नए कानूनों के तहत अपनी ऑनलाइन निगरानी को और कड़ा किया है.

चीन में 18 अक्टूबर को कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस की अहम बैठक के आयोजन की तैयारी चल रही है. इस बैठक में राष्ट्रपति शी चिनफिंग को 18 अक्टूबर को दूसरी बार पांच साल के लिए पार्टी का महासचिव बनाया जा सकता है. चीन आम तौर पर ऐसे बड़े समारोह से पहले सेंशरशिप और निगरानी कड़ी कर देता है.