शराब व्यापारी विजय माल्या ने बैंकों द्वारा उनकी प्रॉपर्टी में घुसने संबंधी मामले में साफ कर दिया है कि कोई उनकी प्रॉपर्टी में नहीं घुस सकता. माल्या ने कहा कि ब्रिटिश कोर्ट के आदेश पर वह पूरी तरह मदद करने के लिए तैयार हैं लेकिन बैंकों को कुछ नहीं मिलेगा क्योंकि उनके परिवार के घर उनके नाम पर नहीं हैं.
माल्या ने कहा कि वह अपनी ब्रिटिश संपत्ति को सौंपने के लिए तैयार हैं लेकिन लंदन में एक घर उनकी मां के नाम पर है और एक लग्जरी घर उनके बच्चों के लिए है जिसे कोई नहीं छू सकता.
माल्या ने कहा कि उन्होंने ब्रिटिश कोर्ट को अपनी संपत्ति का एफिडेविट दे दिया है, इस संपत्ति को जब्त किया जा सकता है और इसे जब्त करने के लिए लोगों को मेरे घर आने की जरूरत नहीं है, मैं खुद इन्हें कोर्ट को सौंप दूंगा.
माल्या ने यह भी कहा कि उनके बेघर होने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि उन्हें वही मिलेगा जो मेरे नाम पर है और वे इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते. बता दें कि माल्या पर बैंकों का 9 हजार करोड़ का लोन बकाया है.