view all

IMF से फंड लेकर चीन का उधार चुकाने की गलती न करे पाकिस्तान: अमेरिका

ऐसा कहा जा रहा है कि नए प्रधानमंत्री इमरान खान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से अब तक का सबसे बड़ा फंड लेकर पाकिस्तान पर लदे अरबों के कर्ज चुकाना चाहते हैं

FP Staff

पाकिस्तान की आर्थिक व्यवस्था इस वक्त लचर है. ऐसा कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के चुने गए नए प्रधानमंत्री इमरान खान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से अब तक का सबसे बड़ा फंड लेकर पाकिस्तान पर लदे अरबों के कर्ज चुकाना चाहते हैं.

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने पाकिस्तान की नई सरकार को आईएमएफ के बेलआउट पैकेज को लेकर चेतावनी दी है. माइक पोंपियो के मुताबिक पाकिस्तान को इस फंड का इस्तेमाल चीन से कर्ज उतारने के लिए नहीं करना चाहिए.


पाकिस्तान को अगले कुछ महीनों के अंदर 3 अरब डॉलर की जरूरत होगी, जिससे कि वो चीन और वर्ल्ड बैंक का लोन चुका सकें.

सीएनबीसी के साथ एक इंटरव्यू में पोंपियो ने कहा कि अमेरिका को पाकिस्तान के नए नियुक्त होने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के साथ सहयोग की उम्मीद है. लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान को बेलआउट के जरिए चीन को लोन की बकाया राशि देने की कोई जरूरत नहीं है.

माइक पोंपियो ने कहा, 'पाकिस्तान कोई गलती न करे. हम देखेंगे कि आईएमएफ क्या करता है.'

रविवार को 'द टाइम्स' ने खबर छापी थी कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले इमरान खान देश के इतिहास में सबसे बड़े बेलआउट पैकेज के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जाने की योजना बना रहे हैं. कहा जा रहा है कि इमरान के पीएम बनते ही पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 12 अरब डॉलर यानी लगभग 825 अरब रुपए का बेलआउट पैकेज मांगेगा.

हालांकि, IMF का कहना है कि उसे पाकिस्तान की तरफ से अभी तक बेल आउट पैकेज को लेकर कोई अर्जी नहीं मिली है.