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किम जोंग की 'सनक' का जवाब देने की प्लानिंग में जुटे अमेरिका-दक्षिण कोरिया

किम जोंग उन ने आईसीबीएम मिसाइल का परीक्षण कर अमेरिका सहित पूरे दुनिया में सनसनी फैला दी थी

Bhasha

अमेरिका ने बुधवार को उत्तर कोरिया की ओर से पहली बार इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) दागे जाने के कारण बढ़ते खतरे को लेकर आगाह किया. इसके साथ ही अमेरिका ने इस परीक्षण के जवाब में दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर एक संयुक्त मिसाइल अभ्यास किया.

पेंटागन की प्रवक्ता डाना व्हाइट ने कहा कि उत्तर कोरिया के आईसीबीएम परीक्षण के बाद अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैनिकों ने मिसाइलें दागकर युद्धाभ्यास किया.


दक्षिण कोरिया में अमेरिकी बलों की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस अभ्यास में 'आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम और दक्षिण कोरिया की हयूनमू मिसाइल 2' का इस्तेमाल किया गया. पूर्वी तट पर दक्षिण कोरिया के जलक्षेत्र में मिसाइलें दागीं गईं. पेंटागन ने कहा कि खतरों के बीच इस क्षेत्र में अपने सहयोगियों- दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध है.

एक बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि अमेरिका कभी भी परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया को बर्दाश्त नहीं करेगा.

उत्तर कोरिया ने कहा- भारी परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम

उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने बुधवार को कहा कि उत्तर कोरिया की आईसीबीएम 'बड़े, भारी परमाणु हथियार' ले जाने में सक्षम है जो धरती के वायुमंडल में दोबारा दाखिल हो सकती है.

वाशिंगटन ने मंगलवार को इस मिसाइल को आईसीबीएम बताया था. वहीं स्वतंत्र विशेषज्ञों ने कहा था कि यह मिसाइल अलास्का तक पहुंच सकती है.

द कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा कि किम जोंग उन ने प्रक्षेपण का निरीक्षण करने के बाद गाली देते हुए कहा कि 'बास्टर्ड अमेरिकी चार जुलाई को उनके स्वतंत्रता दिवस पर भेजे गए इस तोहफे से ज्यादा खुश नहीं होंगे.' केसीएनए के अनुसार, जोर से हंसते हुए उन्होंने कहा, 'हमें उनकी बोरियत दूर करने के लिए बीच-बीच में तोहफा भेजते रहना चाहिए.'

किम ने हवासोंग-14 मिसाइल का निरीक्षण किया था और संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा था, 'यह बेहद सुंदर लग रही है.'

केसीएनए ने किम के हवाले से कहा कि वाशिंगटन के साथ उत्तर कोरिया का टकराव 'आखिरी दौर' में पहुंच गया है और अमेरिका की ओर से परमाणु खतरे के पूरी तरह खत्म होने तक वो अपने परमाणु हथियारों तथा बैलिस्टक मिसाइलों को अपने पास रखेगा.

दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि मिसाइल प्रक्षेपण के जवाब में अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैनिकों ने बुधवार को कई मिसाइल दागकर अभ्यास किया.

UN ने की उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की आलोचना

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने उत्तर कोरिया के बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण की कड़ी निंदा की है.

गुतारेस ने एक बयान में कहा, 'यह कार्रवाई सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का सरेआम उल्लंघन और स्थितियों को खतरनाक स्तर तक ले जाने वाली हैं.' उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के नेतृत्व को अब उकसावे की कार्रवाई बंद करना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए.

प्योंगयांग द्वारा पहले सफल आईसीबीएम परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की बुधवार को एक आपात बैठक होने की उम्मीद है.

अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने मंगलवार को चीन के राजदूत लियू जिएय से एक आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया था. वह इसी महीने परिषद के अध्यक्ष बने हैं.

डॉनल्ड ट्रंप बोले- उम्मीद है चीन उत्तर कोरिया के पागलपन पर कुछ करेगा

डॉनल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर पूरे मामले पर अपनी नाराजगी जताई. उनका ट्वीट था- 'उत्तर कोरिया ने फिर मिसाइल दागा. क्या इस आदमी के पास और कोई काम नहीं है? जापान और दक्षिण कोरिया इसे ज्यादा समय तक बर्दाश्त करेंगे ऐसा मानना मुश्किल है. उम्मीद है चीन उत्तर कोरिया पर कड़ी कार्रवाई करते हुए इस बकवास को हमेशा के लिए खत्म करेगा.'

रूस और चीन ने उत्तर कोरिया को मिसाइल परीक्षण रोकने को कहा

रूस और चीन ने उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल परीक्षणों एवं अमेरिका के सैन्य अभ्यासों पर एक साथ रोक लगाने का आह्वान किया है क्योंकि प्रायद्वीप में तनाव बहुत अधिक बढ़ गया है.

उनके विदेश मंत्रालयों ने संयुक्त बयान में कहा, 'दोनों पक्ष का प्रस्ताव है कि उत्तर कोरिया बैलिस्टिक रॉकेट प्रक्षेपण पर रोक लगाए एवं अमेरिका एवं दक्षिण कोरिया बड़े पैमाने पर संयुक्त अभ्यासों से परहेज करें.'