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यूएन महासचिव गुतारेस की अपील, रोहिंग्या के खिलाफ कार्रवाई रोके म्यांमार

हिंसा के बाद से म्यांमार के उत्तरी रखाइन प्रांत से 4,20,000 रोहिंग्या लोग भागने को मजबूर हुए हैं

Bhasha

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने मंगलवार को म्यांमार से कहा कि वो रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ अपना सैन्य अभियान रोक दे.

इससे कुछ घंटों पहले आंग सान सू ची ने अपने संबोधन में एक बार भी रोहिंग्या मुसलमानों का जिक्र नहीं किया.


संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करते हुए गुतारेस ने कहा कि उन्होंने सू ची के उस संकल्प पर गौर किया जिसमें उन्होंने कहा है कि वो पूर्व संयुक्त राष्ट्र प्रमुख कोफी अन्नान की उस रिपोर्ट की सिफारिशों का पालन करेंगी जिसमें रोहिंग्या लोगों को नागरिकता देने की वकालत की गई है.

संयुक्त राष्ट्र ने बताया जातीय सफाया

उन्होंने कहा, 'लेकिन मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि म्यांमार के अधिकारी सैन्य अभियानों को ख़त्म करें और लोगों तक अबाध मानवीय सहायता पहुंचने दें.' हिंसा के बाद से म्यांमार के उत्तरी रखाइन प्रांत से 4,20,000 रोहिंग्या लोग भागने को मजबूर हुए हैं. इसे संयुक्त राष्ट्र ने 'जातीय सफाया' बताया था.

संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए सू ची ने कहा था कि रोहिंग्या आतंकियों के हमलों की प्रतिक्रिया में सेना का 'सफाए का अभियान' पांच सितंबर को ख़त्म हो चुका है.

उन्होंने इस बात से इनकार किया था कि रखाइन प्रांत अब भी जल रहा है. सू ची ने कहा था, 'मुस्लिमों के 50 फीसदी गांव अब भी जस के तस हैं.'