बम विस्फोटों और घेराबंदी से तबाह सीरिया के पूर्वी घोउटा इलाके में मानवीय सहायता सामग्री लेकर हालांकि 40 ट्रक खड़े हैं लेकिन संयुक्त राष्ट्र के संघर्ष विराम के प्रस्ताव के बाद भी हालात में कोई सुधार नहीं है और राहत सामग्री लोगों तक नहीं पहुंच रही है.
संयुक्त राष्ट्र में मानवीय मामलों के अवर महासचिव मार्क लोकोक ने बताया कि शनिवार को पारित संघर्षविराम प्रस्ताव के बावजूद दमिश्क के उपनगरीय क्षेत्र के आस-पास विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है.
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों से पूछा कि आपका प्रस्ताव कब लागू होगा? लोकोक ने बताया कि विद्रोहियों के कब्जे वाले दोउमा सहित 10 क्षेत्रों में राहत सामग्री लेकर ट्रक शनिवार से ही तैयार खड़े हैं.
उन्होंने बताया कि लेकिन मानवीय सहायता काफिलों के प्रवेश को शासन की तरफ से मंजूरी नहीं मिल रही है क्योंकि बमबारी जारी है और मरनेवाले और घायल लोगों की संख्या बढ़ रही है.