view all

उबर सीईओ ने दिया ट्रंप की सलाहकार समिति से इस्तीफा

उबर सीईओ को ट्रंप के साथ काम करने के लिए आलोचना झेलनी पड़ रही थी.

FP Staff

उबर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ट्रैविस कैलेनिक ने डोनाल्ड ट्रंप की बिजनेस एडवायजरी काउंसिल से इस्तीफा दे दिया है. ट्रंप के साथ काम करने के लिए ट्रैविस को उनकी ही कंपनी में आलोचना झेलनी पड़ी थी. ट्रंप के अप्रवासियों की एंट्री पर नियमों की सख्ती के फैसले की दुनियाभर में आलोचना हो रही है.

कर्मचारियों को भेजा ईमेल


कंपनी को भेजे एक मेमो में उबर के सीईओ ने कहा, 'बिजनेस एडवायजरी ग्रुप में शामिल होने का मतलब राष्ट्रपति या फिर उनके किसी एजेंडे का समर्थन नहीं है, लेकिन दुर्भाग्यवश इसे गलत ढंग से समझ लिया गया. कई रास्ते और भी हैं जिनकी मदद से हम इमिग्रेशन नीति में बदलाव की वकालत कर सकते हैं.'

ट्रैविस ने अपने ईमेल में लिखा, 'ट्रंप सरकार के आदेश से पूरे अमेरिका में मौजूद समुदायों के कई लोगों को परेशानी हो रही है, परिवारों को अलग होना पड़ रहा है, दूसरे देशों में लोग फंसे हुए हैं और ये डर बढ़ता जा रहा है कि अमेरिका अब वो जगह नहीं रही जहां अप्रवासियों का स्वागत किया जाता है.'

क्यों दिया इस्तीफा

उबर सीईओ को ट्रंप के साथ काम करने के लिए अपने कर्मचारियों और देश के दूसरे लोगों से बड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही थी. लोगों का कहना था कि उनकी कंपनी उबर अप्रवासियों के भरोसे ही दुनियाभर में चल रही है और वो ट्रंप की सलाहकार समिति में शामिल हैं जो एक तरह से ट्रंप की नीतियों का समर्थन है. इन्हीं आलोचनाओं को देखते हुए ट्रैविस क्लानिक ने अपने आप को ट्रंप की सलाहकार समिति से हटा लिया है.

क्या है ट्रंप का बैन

ट्रंप सरकार ने सात मुस्लिम ईरान, इराक, लीबिया, सूडान, यमन, सीरिया और सोमालिया के नागरिकों के अमेरिका में आने पर कम से कम 90 दिनों तक का बैन लगा दिया है, जिसके बाद अमेरिका सहित पूरी दुनिया में ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं