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भारत जैसा होगा ट्रम्प का अमेरिका: ब्लूमबर्ग

ब्लूमबर्ग न्यूज की माने तो ट्रम्प के सपनों का अमेरिका दरअसल भारत जैसा लगेगा...

Pawas Kumar , FIRSTPOST.COM

उत्तरा चौधरी

डोनाल्ड ट्रम्प के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' के नारे को कई ऐसे अमेरिकियों से समर्थन मिला है जो एक 'आदर्श' देश की कल्पना कर रहे हैं. हालांकि ब्लूमबर्ग न्यूज की माने तो ट्रम्प के सपनों का अमेरिका दरअसल भारत जैसा लगेगा.


माइकल सुमैन ने ब्लूमबर्ग न्यूज के लिए लिखा है, 'ट्रम्प को शायद अपनी राष्ट्रवादी आर्थिक नीतियों को लागू करने का मौका कभी न मिले, लेकिन ये विचार इस चुनाव कैंपेन के आगे भी जिंदा रहेंगे. कई कामगार यह मानने लगे हैं कि मुक्त व्यापार से नौकरियां खत्म होती हैं और चीन व मेक्सिको की बजाय अगर घर पर ज्यादा चीजें बनाई जाएं तो अमेरिका बेहतर हालात में होगा.' सुमैन लिखते हैं, 'हमें पता है कि ऐसा अमेरिका कैसा लगेगा- भारत जैसा.'

हालांकि सुमैन जिस भारत की बात कर रहे हैं, वह आज का नहीं बल्कि 1991 का भारत है. यह वह दौर था जब तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने वर्षों पुराने नेहरु के समाजवाद से अलग करते हुए देश में उदारीकरण की शुरुआत की थी. सुमैन कई साल तक एशिया में काम कर चुके हैं.

सुमैन के मुताबिक, आज भले ही भारत सबसे तेजी से बढ़ रही इकॉनमी हो लेकिन उस समय ये बदलाव नहीं आए थे. उस समय सबसे बड़ी समस्या यह थी कि कई विकासशील देशों की तरह भारत में भी व्यापार को लेकर एक संदेह व्याप्त था.

ट्रम्प खुद को एक शानदार बिजनेसमैन बताते रहे हैं लेकिन अपने प्रचार के दौरान उन्होंने मुक्त व्यापार के खिलाफ काफी कुछ कहा है. ट्रम्प ने नॉर्थ अमेरिकन फ्री ट्रेड अग्रीमेंट (नाफ्टा) को कथित तौर पर अमेरिकी नौकरियां खत्म करने का दोषी ठहराया है (वैसे आंकड़ें कुछ और कहते हैं). ट्रम्प ने विदेशी आयात पर टैक्स बढ़ाने और नौकरी आउटसोर्स करने वाली कंपनियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की है.

सुमैन के अनुसार इस तरह के कदमों के लिए ट्रम्प जो नीतियां लाएंगे, वे कहीं न कहीं भारत के इम्पोर्ट-सब्सिट्यूशन कार्यक्रम की तरह होंगी.