अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कश्मीर में सोमवार रात अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की. अमेरिका ने जहां हमले की भर्त्सना की, वहीं जर्मनी ने कहा कि वह आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में दृढ़ता से भारत के साथ है.
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने भी एक विज्ञप्ति में आतंकवादी हमले की जोरदार निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की.
अमेरिकी राजदूत के अधिकारिक ट्विटर पोस्ट में हमले की निंदा करते हुए कहा गया है, 'हम अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हुए हमले की भर्त्सना करते हैं और सभी आतंकवादी कृत्यों की निंदा करते हैं. हम इस हमले से प्रभावित सभी परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं.'
अमेरिका ने केनिथ जस्टर को भारत का राजदूत बनाया है लेकिन उन्होंने अभी तक कार्यभार नहीं संभाला है. एक संदेश में जर्मन राजदूत मार्टिन नी ने कहा, 'जर्मनी की सरकार की तरफ से मैं कल जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करता हूं.’ उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की.
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी निंदा
नी ने कहा, ‘‘जर्मनी आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में दृढ़ता से भारत के साथ है.’
उन्होंने कहा, ‘जैसा जी-20 नेताओं ने हैम्बर्ग में हाल में ही अपना संकल्प दोहराया था, हम वैश्विक समुदाय के लिये साझा चुनौती के तौर पर आतंकवाद से निपटने के लिये कृतसंकल्प हैं.’
अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हुए आतंकवादी हमले की एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी आज निंदा करते हुए कहा कि यह मानवीय जीवन के प्रति ‘घोर तिरस्कार’ को दर्शाता है. संगठन ने कहा कि जो लोग हमले के पीछे हैं उनका पता लगाकर उन्हें दंडित किया जाना चाहिए.
दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार रात श्रद्धालुओं पर हुए आतंकी हमले में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 19 घायल हो गए.