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पहली ग्लोबल रोबोटिक्स प्रतियोगिता में भारतीयों ने जीते दो पुरस्कार

भारतीय टीम का नेतृत्व 15 वर्षीय रहेश ने किया था

Bhasha

अमेरिका में हुए पहले ग्लोबल रोबोटिक्स ओलंपियाड में सात भारतीय छात्रों के एक समूह ने दो पुरस्कार जीते हैं. इस प्रतियोगिता में 157 देशों ने भाग लिया था.

एक बयान के अनुसार, वाशिंगटन में फर्स्ट ग्लोबल द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय रोबोटिक्स चुनौती प्रतियोगिता में मुंबई के रहने वाले इन छात्रों ने झांग हेंग इंजीनियरिंग डिजाइन अवॉर्ड का स्वर्ण पदक और ग्लोबल चैलेंज मैच में कांस्य पदक अपने नाम किया.


इस भारतीय टीम का नेतृत्व 15 वर्षीय रहेश ने किया था जो समूह का सबसे छोटा सदस्य है. अन्य सदस्यों में टीम के प्रवक्ता आदिव शाह, समूह के रणनीतिकार हर्ष भट्ट, टीम विश्लेषक वात्सायन, रोबोट रणनीतिज्ञ अध्ययन, रोबोट नियंत्रक तेजस और रोबोट संचालक राघव शामिल हैं.

समूह ने अपने फेसबुक पेज पर ने कहा, ‘यह बहुत रोमांचक रहा कि हमलोग अपने वादे को पूरा करने में सफल रहे...हमें फर्स्ट ग्लोबल चैलेंज 2017 में बहुत मजा आया.’ तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता समारोह में अफगानिस्तान की सभी महिला टीम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा क्योंकिअमेरिकी विदेश मंत्रालय ने उनके वीजा को दो बार अस्वीकार कर दिया था. हालांकि अंतिम क्षणों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप के कारण वे लोग प्रतियोगिता में भाग ले सके.

मेक्सिको सिटी अगले साल इस प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा. अफगान टीम ने साहसिक उपलब्धियों के लिए राजा चेरकाओई अल मौर्स्ली पुरस्कार जीता. डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप सुबह प्रतियोगिता स्थल पर जाकर उनसे मिलीं.

अफगान टीम के मेंटर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर अलीरेजा मेहरबान ने कहा, ‘हम आतंकवादी नहीं हैं. हम साधारण लोग हैं, जिनके पास विचार हैं. हमें अपनी दुनिया को बेहतर बनाने का मौका चाहिए. यह हमारा मौका है.’