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वो गांव जहां देवता की तरह पूजे जाते हैं ब्रिटेन के प्रिंस फिलिप

प्रिंस फिलिप को पारंपरिक पर्वत देवता का बेटा मानता है तन्ना द्वीप के यूनानेन गांव का कबीला.

Tulika Kushwaha

इंसानों की पूजा करने के किस्से तो आम हैं. खासकर भारत में साधु-संतों-महात्माओं के भक्तों की कमी नहीं. लेकिन किसी दूर-दराज देश में किसी बड़े देश के राजकुमार को भगवान की तरह पूजा जाए, तो कहानी बनती है.

दक्षिण एशियाई सागर में एक आइलैंड है तन्ना. इस आइलैंड के लोग ब्रिटेन के राजकुमार प्रिंस फिलिप की पूजा कुछ इसी तरह करते हैं.


अल जजीरा ने इसकी कहानी ट्विटर पर शेयर की है. तन्ना द्वीप के एक गांव यूनानेन के लोग प्रिंस फिलिप को एक स्थानीय पारंपरिक पर्वत देवता का बेटा मानते हैं, जो उनकी गरीबी और सूखे को दूर कर सकता है. गांववालों के पास प्रिंस की कुछ फोटो हैं, जिसे लेकर वो नाचते हैं और प्रार्थना करते हैं.

इस कबीले के लोग प्रिंस फिलिप का सालों से इंतजार कर रहे हैं. कबीले के सरदार जैक मालिया कहते हैं, 'जब वो एक दिन आएंगे, तब लोग गरीब नहीं रहेंगे. कोई बीमारी नहीं रहेगी. कोई कर्ज नहीं रहेगा. हमारे खेत खलिहान अच्छी उपज देने लगेंगे.'

लेकिन ब्रिटिश रॉयल की एक घोषणा ने उनकी इन उम्मीदों पर संकट खड़ा कर दिया है. पिछले गुरूवार को ब्रिटिश रॉयल ने घोषणा की है कि 95 वर्ष के प्रिंस फिलिप रिटायर हो रहे हैं. अब वो किसी भी सार्वजनिक क्रियाकलाप में हिस्सा नहीं लेंगे. न ही वो किसी यात्रा पर जाएंगे.

यूनानेन गांव के लोग हर रोज अपने इस भगवान की पूजा करते हैं, वो उनसे आशीर्वाद मांगते हैं कि उनकी केले और यैम फसलों की उपज अच्छी हो, ताकि वो आत्मनिर्भर हो सकें लेकिन अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वो किससे उम्मीद करें.

दरअसल, ये द्वीप पहले (1960 के तकरीबन) अंग्रेजी-फ्रेंच उपनिवेश था. उस वक्त उसे न्यू हेब्रिड्स के नाम से बुलाया जाता था. 1974 में प्रिंस फिलिप और क्वीन एलिजाबेथ इस द्वीप पर आए थे. उस वक्त गांव के लोगों ने सरकारी ऑफिसों और पुलिस स्टेशन में प्रिंस फिलिप और क्वीन एलिजाबेज-2 की तस्वीरें देखी थीं. इससे उनकी इस किवंदती को बल मिला था कि पारंपरिक पर्वत देवता का बेटा सात समंदर पार कर किसी अमीर और शक्तिशाली स्त्री से शादी करने गया है और वो वापस आएगा. उन्होंने इस कहानी को उस तस्वीर से जोड़ दिया और अब अपने देवता के इंतजार में हैं.

जबसे उन्होंने प्रिंस फिलिप के न लौटने की खबर सुनी है, तबसे वो आशाहीन है. सरदार मालिया का कहना है, 'प्रिंस फिलिप ने कहा था कि एक दिन वो हमसे मिलने आएंगे. हमें अब भी लगता है कि वो आएंगे. लेकिन अगर वो नहीं आते हैं तो मैंने जो तस्वीर पकड़ रखी है उसका कोई मतलब नहीं है.'

रॉयटर्स ने अपने लेख में लिखा है, यूनानेन गांव किसी मैप पर नहीं है. तन्ना की राजधानी लेनाकेल से इस गांव तक पहुंचने में गाइड की जरूरत और तीन घंटे लगते हैं. बच्चे बिना कपड़ों के खेलते रहते हैं, औरतें घास से बनी स्कर्ट पहनती हैं और उनका ऊपरी हिस्सा खुला होता है. जबकि पुरुष पुरानी टी-शर्ट पहनते हैं और हथियार रखते हैं.