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तालिबान ने कहा- कतर में मिले थे अमेरिका के शांति दूत से

खलीलजाद अफगानिस्तान के सबसे बड़े आतंकी समूह को वार्ता के लिए रजामंद करने की खातिर पाकिस्तान और सऊदी अरब सहित क्षेत्र के देशों के साथ प्रयासों का समन्वय करना चाहते हैं

Bhasha

तालिबान ने शनिवार को कहा कि उसका एक प्रतिनिधिमंडल अफगान संघर्ष के अंत को लेकर चर्चा करने के मकसद से कतर में अमेरिकी दूत जलमय खलीलजाद से मिला. यह पहली बार है कि जब दोनों में से किसी एक पक्ष ने आधिकारिक रूप से बातचीत की पुष्टि की है.

तालिबान लंबे समय से सीधी बातचीत की मांग करता रहा है. खलीलजाद अफगानिस्तान के सबसे बड़े आतंकी समूह को वार्ता के लिए रजामंद करने की खातिर पाकिस्तान और सऊदी अरब सहित क्षेत्र के देशों के साथ प्रयासों का समन्वय करना चाहते हैं.


तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने पत्रकारों को भेजे एक बयान में कहा कि खलीलजाद और दूसरे अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक शुक्रवार को हुई.

मुजाहिद ने 2001 में अमेरिका के नेतृत्व में अफगानिस्तान पर किए गए हमले की तरफ संकेत करते हुए कहा कि तालिबान और अमेरिकी वार्ताकारों ने 'अफगानिस्तान में आक्रमण के शांतिपूर्ण अंत' को लेकर चर्चा की. लेकिन समूह ने साफ कर दिया कि देश में विदेशी ताकतों की मौजूदगी शांति की दिशा में एक 'बड़ा रोड़ा' है.

मुजाहिद ने ज्यादा जानकारी दिए बिना कहा कि दोनों पक्ष 'इस तरह की बैठकें करते रहने पर सहमत हुए.' काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने तालिबान के बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

(तस्वीर प्रतीकात्मक है)