view all

राष्ट्रपति सिरिसेना को मारने की प्लानिंग में भारत की संलिप्तता का दोनों देशों ने किया खंडन

श्रीलंका के राष्ट्रपति सिरिसेना को मारने की प्लानिंग की खबरों में आरोप लगाया जा रहा था कि इसमें भारत का हाथ हो सकता है

FP Staff

मंगलवार को श्रीलंका पुलिस को कोर्ट से इजाजत मिल गई है और अब वह चाइनीज फोन निर्माता हुवाई से डेटा रिकवर करने में मदद ले सकती है. दरअसल पुलिस उस फोन से डेटा रिकवर करना चाहती है जिस से पुलिस को सूचना देने वाले ने राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना को मारने की प्लानिंग संबंधी जानकारी दी थी.

जानकारी देने वाले नमन कुमारा नाम के शख्स ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को फोन पर यह सूचना दी थी. उसके बाद से ही कुमारा से पूछताछ की जा रही है. हालांकि अभी तक उस पर कोई चार्ज नहीं लगाया गया है. कुमारा ने पूर्व श्रीलंकन रक्षा मंत्री को भी मारने की साजिश संबंधी सूचना दी थी.


एनडीटीवी की खबर के मुताबिक पुलिस के सीआईडी विभाग ने मंगलवार को कोर्ट को बताया कि कुमारा के फोन का कुछ डेटा सबूत के तौर पर उपयोग किया जा सकता है. जो कि डिलीट किया जा चुका है और उसे रिकवर करने के लिए चीनी फोन निर्माता कंपनी हुवाई की तकनीकी मदद चाहिए.

रिपोर्ट्स में थी भारत का हाथ होने की बात

दरअसल श्रीलंका के कानून के मुताबिक कोर्ट से इजाजत मांगे बिना पुलिस किसी भी फोन निर्माता कंपनी से डेटा नहीं ले सकती है. हालांकि कोर्ट ने मंगलवार को पुलिस को इजाजत दे दी है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति को मारने की योजना बनाने के आरोप में एम थोमस नाम के एक व्यक्ति को 22 सितंबर को गिरफ्तार भी किया गया था.

श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने RAW पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- मेरी हत्या की साजिश रच रही एजेंसी

थोमस मंगलवार को कोर्ट के समक्ष पेश भी हुआ था. उसने कोर्ट से निवेदन करते हुए कहा कि उसको सीआईडी की ओर से जान से मारने की धमकी मिल रही है. ऐसे में वह सीआईडी की हिरासत में नहीं रहना चाहता. हालांकि कोर्ट ने उसकी विनती ठुकरा दी.

इस मामले में एक रिपोर्ट में इस प्लानिंग में भारत की इंटेलिजेंस सर्विसेस की संलिप्तता की भी बात कही गई थी. हालांकि भारत और श्रीलंका दोनों ही देशों ने इस आरोप का खंडन किया है.