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धीमे इंटरनेट से परेशान हैं दो करोड़ से ज्यादा अमेरिकी

अमेरिका जैसे देश में इंटरनेट की स्पीड हर जगह एक सी नहीं है

FP Staff

भारत में खराब इंटरनेट स्पीड को लेकर तमाम मजाक होते रहते हैं. पिछले कुछ महीनों में जियो और दूसरी 4जी सेवाओं के तेजी से फैलने के बाद ये स्थिति तेजी से बदली है.

हम सभी को लगता है कि अमेरिका इंटरनेट स्पीड के मामले में सबसे अच्छा देश होगा. जहां स्वयम् साक्षात गूगल और फेसबुक का मुख्यालय हो उस देश में भला इंटरनेट स्पीड की क्या कमीं. पर जैसे बैंक में काम करने का मतलब ये नहीं कि आपको घर ले जाने के लिए ढेर सारे पैसे मिलते हैं. अमेरिका में भी 40 फीसदी लोग इंटरनेट की धीमी स्पीड के मारे हैं.


सीबीएस न्यूज़ की खबर के अनुसार अमेरिका के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले दो करोड़ तेइस लाख लोग खराब इंटरनेट स्पीड और ब्रॉ़ड बैंड की अनुप्लब्धता से गुजर रहे हैं. अमेरिका में ये समस्या और भी भयावह है क्योंकि बच्चों की पढ़ाई से लेकर नौकरी करने के लिए भी इंटरनेट जरूरी है. ऐसे में कई इलाकों में शेरिफ स्कूलों को गाड़ियों के जरिए वाई-फाई उप्लब्ध करवा रहे हैं.

आपको बता दें कि बेहतर इंटरनेट के मामले में साउथ कोरिया दुनिया का नंबर एक देश है जहां औसत इंटरनेट स्पीड 26 एमबीपीएस तक होती है. अमेरिका में 25 एमबीपीएस तक की स्पीड को अच्छा माना जाता है पर ग्रामीण इलाकों में इसकी द्स प्रतिशत भी मुश्किल से हासिल होती है. भारत की ऐवरेज इंटरनेट स्पीड फिलहाल 6.5 एमबीपीएस है और ये तेज इंटरनेट के मामले में 89वें नंबर पर है.