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सीनियर बुश ने हिलेरी को दिया था वोट, ट्रंप को कहा ‘अहंकारी’

जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने ट्रंप के बारे में कहा था यह शख्स नहीं जानता कि राष्ट्रपति होने का क्या मतलब है

Bhasha

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश ने वर्ष 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन के लिए मतदान किया था. वहीं डोनाल्ड ट्रंप को उन्होंने एक ‘अहंकारी’ शख्स बताया था.

उनके पुत्र जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने तो अपना मतपत्र ही खाली छोड़ दिया था. उन्होंने ट्रंप के बारे में कहा था ‘यह शख्स नहीं जानता कि राष्ट्रपति होने का क्या मतलब है.’


यह रहस्योद्घाटन इतिहासकार मार्क अपडीग्रोव की किताब ‘द लास्ट रिपब्लिकंस’ में हुआ है. यह किताब इस महीने के आखिर में किताब की दुकानों पर उपलब्ध होगी.

सीनियर बुश ने ट्रंप को बताया था अहंकारी 

किताब में इस बात की कड़ी आलोचना की गई है कि बुश घराने के बाद से कोई भी रिपब्लिकन उत्तराधिकारी होने लायक नहीं रहा.

किताब के अंशों से मिली जानकारी के मुताबिक, जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश ने नवंबर में होने वाले चुनाव से पहले मई 2016 में अपडीग्रोव को कहा था, ‘मैं उन्हें पसंद नहीं करता.’

सीनियर बुश ने कहा, ‘मैं उनके बारे में बहुत अधिक नहीं जानता, लेकिन इतना जानता हूं कि वह अंहकारी हैं. मैं उन्हें लेकर बिल्कुल उत्साहित नहीं हूं कि वह हमारे नेता होने जा रहे हैं.’

जूनियर बुश हालांकि राष्ट्रपति पद की दौड़ में तत्कालीन उम्मीदवार ट्रंप की संभावना को लेकर थोड़े संशय में थे क्योंकि शुरुआत में उनके छोटे भाई जेब उनकी पसंद थे.

बहरहाल, जब ट्रंप इस दौड़ में शामिल हुए तो जूनियर बुश की शुरुआती प्रतिक्रिया थी, ‘दिलचस्प, लेकिन वह अधिक समय तक नहीं टिकेंगे.’

इधर व्हाइट हाउस ने पूर्व राष्ट्रपतियों के कार्यकाल पर उठाए सवाल 

बुश ने कहा, ‘अगर आप हमारे परिवार को देखें तो विनम्रता हमारी विरासत रही है, इसलिए वे उम्मीद करते हैं लेकिन ट्रंप में हमलोग ऐसा नहीं देखते.’ ट्रंप ने जब यह कहा था, ‘मैं अपना सलाहकार खुद हूं.’

तब बुश ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘वाह, कमाल है. यह शख्स यह भी नहीं समझता कि राष्ट्रपति का काम क्या होता है.’

किताब का शीर्षक जूनियर बुश की उन चिंताओं से प्रेरित है कि वह ‘आखिरी रिपब्लिकन राष्ट्रपति रहे हैं, इसलिए नहीं क्योंकि हिलेरी चुनाव में सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बनकर उभरीं, बल्कि इसलिए क्योंकि ट्रंप परंपराओं को तोड़ते नजर आते हैं.'

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने सीएनएन को बताया  ‘अगर राष्ट्रपति पद का कोई उम्मीदवार किसी राजनीतिक पार्टी से खुद को अलग रख सकता है तो यह इस बात का संकेत है कि इसके पिछले दो राष्ट्रपतियों का कार्यकाल कैसा था.’

अधिकारी ने कहा, ‘इसकी शुरुआत होती है इराक युद्ध से जो कि अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी गलत विदेश नीतियों में से एक थी.’