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अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने कहा पुतिन ने की चुनाव में ट्रंप की मदद

पुतिन ने 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन को नुकसान पहुंचाने और डोनाल्ड ट्रंप को जीत दिलाने के लिए 'अभियान' चलाने का आदेश दिया था.

IANS

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन को नुकसान पहुंचाने और डोनाल्ड ट्रंप को जीत दिलाने के लिए 'अभियान' चलाने का आदेश दिया था. अमेरिकी खुफिया एजेंसी की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.

सीएनएन की रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान रूसी साइबर हैकिंग गतिविधियों को लेकर यह पहली आधिकारिक रिपोर्ट है.


रिपोर्ट में कहा गया, ‘हमारा आकलन है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2016 के अभियान को लक्ष्य करते हुए एक अभियान चलाने का आदेश जारी किया था.’

इसमें आगे कहा गया, ‘रूस का लक्ष्य अमेरिकी प्रजातांत्रिक प्रणाली में लोगों के भरोसे को नुकसान पहुंचाना, विदेश मंत्री क्लिंटन को बदनाम करना और उनके चुने जाने और संभावित राष्ट्रपति बनने की संभावना को नुकसान पहुंचाना था.'

'हमने आगे आकलन किया है कि पुतिन और रूसी सरकार ने राष्ट्रपति चुने गए ट्रंप के लिए साफ तौर से काम किया था.’

इस रिपोर्ट में कहा गया कि रूस ने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई तरह की रणनीतियों का इस्तेमाल किया.

साइबर हमलों के लिए पुतिन जिम्मेदार

इससे पहले ओबामा प्रशासन ने 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव अभियान के दौरान लगातार साइबर हमलों के लिए रूसी प्रशासन और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जिम्मेदार ठहराया था.

ओबामा प्रशासन ने एक रिपोर्ट में कहा था कि रूस अमेरिकी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को 'कमजोर' करना चाहता था और राष्ट्रपति पद के लिए हिलेरी क्लिंटन की उम्मीदवारी को 'नुकसान' पहुंचाना चाहता था.

ओबामा के आग्रह पर सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए), फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेट (एफबीआई) और नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) ने यह रिपोर्ट तैयार की है.

इस मसले पर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा है कि डेमोकेट्रिक नेशनल कमिटी (डीएनसी) की घोर लापरवाही के कारण हैकर्स को हैकिंग करने का मौका मिला.

ट्रंप ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘डेमोकेट्रिक नेशनल कमिटी की लापरवाही के कारण हैकर्स को हैकिंग करने का मौका मिला. रिपब्लिकन नेशनल कमिटी की सुरक्षा मजबूत थी.’