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पीएम मोदी अमेरिका पहुंचे, बड़े सीईओ से होगी मुलाकात

ट्रंप सोमवार की दोपहर को वाइट हाउस में मोदी की मेजबानी करेंगे

Bhasha

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों के अपने दौरे के दूसरे चरण में अमेरिका पहुंच गए हैं. वह यहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक करेंगे. दोनों नेता 'रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण' मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं. पुर्तगाल की एक दिन की यात्रा के बाद मोदी रविवार को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन पहुंचे.

मोदी का तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे के पहले दिन करीब 20 प्रमुख अमेरिकी कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह वर्जीनिया के डीसी उपनगर में भारतीय अमेरिकी समुदाय द्वारा आयोजित एक समारोह में शामिल होंगे. इस समारोह में भारतीय अमेरिकी समुदाय के करीब 600 सदस्यों के शामिल होने का अनुमान है.


समझा जाता है कि मोदी से मिलने वाले अमेरिकी सीईओ में ऐपल के टिम कुक, वालमार्ट के डॉग मैकमिलन, कैटरपिलर के जिम उम्प्लेबी, गूगल के सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला भी होंगे.

सोमवार को ट्रंप से होगी मुलाकात

ट्रंप सोमवार की दोपहर को वाइट हाउस में मोदी की मेजबानी करेंगे. दोनों नेता विभिन्न बैठकों में करीब पांच घंटे का समय साथ बिताएंगे. इसकी शुरूआत द्विपक्षीय चर्चा से होगी. बैठकों में शिष्टमंडल स्तर की बातचीत, स्वागत और डिनर शामिल होगा. इस प्रशासन द्वारा अपनी तरह का यह पहला डिनर होगा. दोनों नेता संवाददाता सम्मेलन को संबोधित नहीं करेंगे लेकिन वह प्रेस को बयान जारी करेंगे.

प्रधानमंत्री के वाशिंगटन पहुंचने के कुछ ही घंटे पहले ट्रंप ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि वह वाइट हाउस में भारतीय नेता का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं जिस दौरान एक 'सच्चे मित्र' के साथ महत्वपूर्ण रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे.

अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस ने ट्वीट किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करती हूं और हमारे दोनों देशों के बीच अटूट जुड़ाव की पुष्टि करती हूं. ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह मोदी का भव्य स्वागत करता है. साथ ही प्रशासन ने इस बात पर जोर दिया है कि यह कहना गलत है कि अमेरिका भारत की उपेक्षा कर रहा है या भारत पर ध्यान नहीं दे रहा है.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'राष्ट्रपति ट्रंप को यह अहसास है कि भारत अच्छाई के लिए एक ताकत है और यह बात सोमवार को दौरे के माध्यम से परिलक्षित होगी.' दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत के दौरान रक्षा सहयोग, आथर्कि संबंधों को आगे बढ़ना, असैन्य परमाणु समझौते, आतंकवाद से निपटने पर सहयोग, भारत प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग पर चर्चाएं और एच-1बी कार्य वीजा को लेकर भारत की चिंताओं आदि पर चर्चा होगी.

इससे पहले, एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि मोदी का यह दौरा अमेरिका भारत रणनीतिक भागीदारी को मजबूत करने का एक अवसर है जिस बारे में ट्रंप का नजरिया है कि यह एशिया प्रशांत क्षेत्र एवं विश्व में स्थिरता और सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए एक अहम भागीदारी है.

अधिकारी ने वाइट हाउस के संवाददाताओं को बताया 'हमें लगता है कि उनकी चर्चाएं बहुत व्यापक होंगी जिनमें कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दे शामिल होंगे जिनमें हमारी साझा प्राथमिकताओं -आतंकवाद से मुकाबला, आर्थिक विकास और समृद्धि को गति देना आदि- को आगे बढ़ाना अहम होगा.'