अमेरिका की थिंक टैंक मानी जाने वाली संस्था ने पाकिस्तान को खतरनाक करार दिया है. द सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) ने कहा है कि पाकिस्तान अभी भी तालिबान और हक्कानी नेटवर्क की पनाहगार बना हुआ है. इस वजह से वो अमेरिका के लिए खतरा है.
सीएसआईएस ने ट्रंप प्रशासन को यह सलाह भी दी है कि अगर पाकिस्तान तालिबान की मदद करना बंद नहीं करता तो उस पर बैन लगाया जाए. संस्था ने कहा है कि अमेरिका को पाकिस्तान को यह साफ कर देना चाहिए कि अगर वो तालिबान का समर्थन जारी रखता है तो उसे आर्थिक मदद बंद की जाएगी.
ट्रंप की विदेश नीति पर सकारात्मक असर पड़ना चाहिए
डोनाल्ड ट्रंप जबसे अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं तब से पाकिस्तान के खिलाफ उनका रवैया सख्त रहा है. ऐसे में सीएसआईएस ने पाकिस्तान को लेकर जो कहा है उसका ट्रंप की विदेश नीति पर सकारात्मक असर पड़ना चाहिए.
पिछले दिनों अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बड़ा हमला हुआ था. इस हमले में लगभग 150 लोग मारे गए थे. हमले के पीछे अफगानिस्तान की सरकार ने पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही थी. अब जबकि, सीएसआईएस ने भी पाकिस्तान को लेकर आशंका जताई है इससे पाकिस्तान पर दबाव बनना तय है.
ट्रंप ने पिछले कुछ समय में पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद में कटौती की है. अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ने के लिए दी जाने वाली मदद को मुफ्त में देने से इनकार कर दिया था.
अमेरिका ने कहा था कि पाकिस्तान को अगर और सैन्य उपकरण चाहिए तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी, यह सहायता नहीं होगी.