कहते हैं पत्रकारिता नौकरी नहीं पैशन होती है. कुछ लोग इस कहने को थोड़ा ज्यादा ही सीरियसली ले लेते हैं. सुदामा पांडे धूमिल की कविता की एक लाइन है, मेरे लिये,हर आदमी एक जोड़ी जूता है जो मेरे सामने मरम्मत के लिये खड़ा है. इसी तर्ज पर कुछ पत्रकारों के लिए हर बात एक खबर हो जाती है जो रिपोर्ट किए जाने के लिए पड़ी होती है.
पाकिस्तान के रज़ाबाद में सिटी41 के रिपोर्टर हनान बुखारी ने इस पैशन को इतना सीरियसली ले लिया कि अपने ही निकाह पर रिपोर्टिंग करने लगे. मतलब दूल्हा खुद माइक लेकर दुल्हन से पूछे कि मुझसे शादी करके आपको कैसा लग रहा है.
बुखारी ने अपने निकाह के दौरान शेरवानी पहनी, माइक संभाला और बताने लगे कि बहुत खुशी का दिन है मेरे और मेरे घरवालों के लिए भी. मेरी क्योंकि लव मैरिज है. बुखारी के मुताबिक लव मैरिज में उनकी पत्नी भी खासी खुश हैं. और तो और वाइफ के घर वाले भी खुश नजर आ थे.
अगर पत्रकारिता हो और, "कैसा लग रहा है?" वाला सवाल न पूछा जाए तो मामला कुछ अधूरा रहता है. बुखारी ने भी पूछा कि वो अपनी पत्नी के लिए स्पोर्ट्स कार और हेवी बाइक्स लेकर आए तो पत्नी को कैसा लग रहा है. सुकून की बात थी कि पत्नी को इनसब से काफी अच्छा लगा. उनकी उम्मीद थी कि बुखारी उनकी ख्वाहिशें आगे भी पूरी करते रहेंगे.
वैसे हंसी-मजाक से अलग मनान बुखारी ने अपनी शादी को बड़ी आसानी से दुनिया भर में यादगार बना दिया. हम उम्मीद करते हैं कि भारत के बड़े पत्रकारों से उनके बॉस आने वाले समय में ये नहीं कहेंगे, 'अच्छा, शादी कर रहे हो, इसपर एक खबर भी कर देना.'