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पाकिस्तान का भारत के साथ संबंध सुधारने का प्रयास सराहनीय: जिनपिंग

अपने साझा बयान में चीन ने पाकिस्तान के भारत के साथ संबंधों को सुधारने और दोनों देशों के बीच उत्कृष्ट विवादों के निपटारे के लिए पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना की है

FP Staff

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों चीन यात्रा पर हैं. शनिवार से चार दिनों तक चलने वाली उनकी इस यात्रा में दोनों देश आपसी संबंधों को मजबूत करने पर बात करेंगे. दौरे के दूसरे दिन आज पाकिस्तान और चीन ने सैन्य सहयोग को और मजबूत करने के लिए सहमत दर्ज की है. अपने साझा बयान में चीन ने पाकिस्तान के भारत के साथ संबंधों को सुधारने और दोनों देशों के बीच उत्कृष्ट विवादों के निपटारे के लिए पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना की है.

बीते दिनों चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान ने चिंता जताई थी. इमरान खान की ही पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा कि चीन-पाकिस्तान की भागीदारी वाला यह प्रोजेक्ट चीन के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा और पाकिस्तान इसकी वजह से कर्जे में डूब रहा है. इस बीच भारत भी लगातार इस कॉरीडोर के निर्माण का विरोध करता रहा है.


ऐसे में रविवार को इस्लामाबाद और बीजिंग ने भारत और इस्लमाबाद में हो रहे  विरोधों के बीच चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर उठ रहे सारे नाकारात्मक सवालों को गलत ठहराया है. दोनों देशों ने रक्षा, सुरक्षा और आतंकवाद पर, विभिन्न स्तरों पर सहयोग बढ़ाने और उच्च स्तरीय यात्राओं को बनाए रखने पर सहमति बनाई है.

इमरान ने कहा कि चीन पाकिस्तान का सबसे खास दोस्त है

चीन ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) के साथ पाकिस्तान की भागीदारी का भी समर्थन किया. इस्लामाबाद और नई दिल्ली दोनों ही एनएसजी के सदस्य नहीं हैं. ऐसे में चीन ने पाकिस्तान के एनएसजी दिशानिर्देशों का पालन करने का स्वागत किया है.

दोनों देशों के बीच 15 संयुक्त वक्तव्य में अर्थव्यवस्था सहित द्विपक्षीय संबंधों के हर क्षेत्र को शामिल किया गया. खान की यात्रा के दौरान चीन और पाकिस्तान ने 15 समझौतों और ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं.

इमरान खान ऐसे समय में चीन यात्रा पर गए हैं जब पाकिस्तान के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. अपने दौरे में इमरान ने कहा कि चीन पाकिस्तान का सबसे खास दोस्त है.

इधर इस बीच भारत ने लाहौर से चीन तक की एक प्रस्तावित बस सेवा पर आपत्ति जताई है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमने चीन और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित बस सेवा पर कड़ा विरोध जताया है. ये बस पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर जाएगी.