view all

मुंबई धमाके पर नवाज शरीफ का बयान छापने वाले डॉन अखबार का सर्कुलेशन रोका

अखबार में इंटरव्यू छपने के तीन दिन बाद 15 मई से देश के कई हिस्सों में इसके सर्कुलेशन पर रोक लगा दी गई

FP Staff

पाकिस्तानी अधिकारियों ने देश के कई हिस्सों में एक अग्रणी अंग्रेजी अखबार का सर्कुलेशन बंद करा दिया है. एक मीडिया संस्थान ने यह दावा किया है. कहा जा रहा है कि जब से पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का मुंबई आतंकी हमले का बयान इस अखबार में छपा है, तब से इसका सर्कुलेशन रोक दिया गया है.

पाकिस्तान के चर्चित अंग्रेजी अखबार द डॉन ने 12 मई को नवाज शरीफ का इंटरव्यू छापा था. शरीफ का यह बयान पाकिस्तान आर्मी को अच्छा नहीं लगा. इंटरव्यू छपने के तीन दिन बाद 15 मई से देश के कई हिस्सों में डॉन के सर्कुलेशन पर रोक लगा दी गई.


मीडिया संस्था रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर (आरएसएफ) के मुताबिक, बलूचिस्तान, सिंध के कई शहरों और आर्मी छावनियों में सर्कुलेशन सबसे ज्यादा प्रभावित किया गया.

शरीफ ने इंटरव्यू के दौरान कहा, आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं. क्या हमें उन्हें दहशतगर्द बोलकर सरहद उस पार मुंबई में 150 लोगों को मार देने की इजाजत देनी चाहिए? इसका जवाब दें. क्या हम इसकी जांच पूरी नहीं करा सकते?

पाक की प्रेस काउंसिल (पीसीपी) ने डॉन अखबार के संपादक को खरी-खोटी सुनाते हुए पूछा था कि क्या अखबार ने इस तरह की साम्रगी छापकर नैतिक संहिता का उल्लंघन नहीं किया? अखबार में ऐसी साम्रगी एक स्वतंत्र देश के रूप में उसकी संप्रभुता या अखंडता को कमजोर कर सकती है.

दूसरी ओर आरएसएफ का कहना है कि जिस तरह अनुचित तरीके से पाक आर्मी देश के सबसे स्वतंत्र अखबार के सर्कुलेशन को रोक रही है, उससे साफ होता है कि वह खबरों पर अंकुश लगाना चाहती है. आर्मी के अफसर नहीं चाहते कि आम चुनाव से पहले के महीनों में इस तरह से लोकतांत्रिक बहस हो.