नॉर्थ कोरिया ने कुछ महीनों पहले सोचा नहीं होगा कि एक दिन उनके नेता किम जोंग उन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर एक साथ दिखेगी और किम गर्मजोशी के साथ ट्रंप से हाथ मिलाएंगे. मंगलवार को कुछ
ऐसा ही हुआ जब युद्ध की कगार पर खड़े दो देश नए रिश्तों की शुरुआत कर रहे थे.
प्योंगयांग ने बुधवार को नॉर्थ कोरिया के लोगों को बताया कि ट्रंप ने किम जोंग की उस शर्त को मान लिया है जिसमें दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास को रोकने की बात कही गई थी. यह भी कहा गया कि ट्रंप खुद प्रतिबंधों को हटाएंगे.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक एजेंसी KCNA के मुताबिक ट्रंप ने माना कि कोरियन क्षेत्र में शांति और स्थायित्व कायम हुआ है. जबकि कुछ महीने पहले ही हम गंभीर खतरों से लड़ रहे थे. इसके लिए ट्रंप ने उत्तर कोरियाई शासक
किम जोंग की तारीफ की.
अमेरिका को मिला परमाणु खतरा टलने का संदेश
ट्रंप ने ट्वीट किया 'अभी लौटा हूं लेकिन अब सभी लोग सुरक्षित महसूस कर सकते हैं, अब उत्तर कोरिया की तरफ से किसी तरह का परमाणु खतरा नहीं होगा. किम जोंग के साथ मुलाकात बहुत रोमांचक थी और यह एक
सकारात्मक अनुभव था. उत्तर कोरिया के पास भविष्य देखने की अद्भुत क्षमता है.'
KCNA ने कहा कि यह मुलाकात उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच नए संबंधों के मार्ग खोलेगी. इस मुलाकात का श्रेय किम को जाता है, उन्होंने शांति की स्थापना की. एजेंसी ने बताया कि सिंगापुर में किम को सकारात्मक छवि
के साथ देखा गया. किम के व्यवहार में हुए परिवर्तन से सब हैरत में थे.
एजेंसी ने कहा कि पूरी दुनिया सिंगापुर में दोनों देशों की मुलाकात का इंतजार कर रही थी. इस बार किम और ट्रंप ने एक दूसरे से अपने देशों में आने का निमंत्रण भी दिया है. किम ने ट्रंप को प्योंगयांग आने का न्यौता दिया है वहीं
ट्रंप ने भी किम को अमेरिका बुलाया है.
बता दें कि ट्रंप ने फॉक्स न्यूज पर कहा कि जब उत्तर कोरिया के साथ बातचीत चल रही है तो हम ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे युद्ध की स्थिति बने. हालांकि दक्षिण कोरिया के अधिकारियों और यूएस मिलिट्री कमांडर्स ने कहा
कि उन्हें ट्रंप की घोषणा की कोई जानकारी नहीं मिली है.