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नॉर्थ कोरिया पर पूरी दुनिया की नजर, अमेरिका के लिए बना बड़ा खतरा

FP Staff

नॉर्थ कोरिया ने 100 किलोटन के हाइड्रोजन बम का परीक्षण कर इस बार समूची दुनिया को हिला कर रख दिया. अब सवाल ये नहीं है कि तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ने पर दुनिया का क्या होगा ,बल्कि बड़ा सवाल ये है कि एक सनकी तानाशाह के हाथ में न्यूक्लियर ताकत आने के बाद दुनिया कितनी सुरक्षित है?

दक्षिण कोरिया की सरकारी समाचार सेवा योनहैप के मुताबिक उत्तर कोरिया ने रविवार को जिस परमाणु बम का परीक्षण किया है वो जापान के नागासाकी शहर पर 1945 में गिराए गए बम से चार -पांच गुना ज्यादा शक्तिशाली है.


दुनिया के किसी भी हिस्से में मिसाइल गिराने की ताकत और तकनीक रखने वाले अमेरिका के लिये नॉर्थ कोरिया अब बड़ा सिरदर्द बन चुका है. उसकी मिसाइलों की रेंज और परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता की वजह से ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया को अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया था.

उत्तर कोरिया ने इसी साल जुलाई में दो बार एक ICBM हॉसॉन्ग-14 का सफल टेस्ट किया था. इसकी रेंज में अमेरिका का ज्यादातर हिस्सा आने का दावा किया गया था. उत्तर कोरिया इससे पहले 2006, 2009, 2013 और 2016 में परमाणु बमों का परीक्षण कर चुका है.

उत्तर कोरिया से  बचने के लिए दक्षिण कोरिया अपने यहां  28,500 अमेरिकी सैनिक रखे हुए है. वर्ष 1974 में अमेरिका से हुई संधि के तहत सोल द्वारा अपने स्वयं के परमाणु हथियार बनाने पर प्रतिबंध है. इसके बदले अमेरिका ने उसे संभावित हमलों के खिलाफ ‘परमाणु सुरक्षा कवच’ उपलब्ध कराने की पेशकश कर रखी है.

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक नॉर्थ कोरिया के पास KN 08 मिसाइलें हैं जो अमरीका के कई शहरों को निशाना बना सकती है. माना जाता है कि नॉर्थ कोरिया KN 14 नाम से सबसे एडवांस्ड मिसाइल भी तैयार कर चुका है जिसे गुप्त रखा गया है.