भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक निक्की हेली संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत होंगी. यूएस सीनेट की फॉरेन रिलेशन कमेटी के नामांकन के बाद हेली के नाम को मंजूरी मिल गई. 45 साल की निक्की संयुक्त राष्ट्र में समांथा पावर की जगह लेंगी. अमेरिका के किसी भी राष्ट्रपति के कार्यकाल में निक्की कैबिनेट स्तर पर सेवा देने वाली पहली भारतीय होंगी.
सीएनएन के मुताबिक हेली ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव अभियान के दौरान विरोध किया था. अब वो उन्हीं के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगी. शुरुआत में विरोध करने के बाद हेली बाद में डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में आ गईं थीं. अमरीकी सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर निक्की और ट्रंप की सोच एक हैं.
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अप्रवासी पंजाबी परिवार में जन्मी निक्की 2011 मे 38 वर्ष की उम्र में साउथ कैरोलिना की गवर्नर चुनी गई थीं. निक्की हेली का पूरा नाम नम्रता रंधावा है और वह भारत की बेटी है.
नम्रता निक्की रंधावा हेली का जन्म पंजाब के एक अप्रवासी परिवार अजित सिंह रंधावा और राज कौर रंधावा के यहां हुआ. वह पंजाब के अमृतसर से ताल्लुक रखती हैं. नम्रता निक्की रंधावा हेली के पिता अजीत सिंह रंधावा और माता राज कौर रंधावा अमृतसर से आकर अमेरिका में बस गए थे.
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भारतीय सिख परिवार में जन्मी निक्की ने बाद में ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था. उनकी शादी आर्मी नेशनल गार्ड के कैप्टन माइकल हेली से हुई है. उनके दो बच्चे रेना और नलिन हैं. उन्होंने शादी की रस्म चर्च और गुरुद्वारा दोनों में आयोजित की थी.