संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए विचारों का स्वागत है.
हालांकि, उन्होंने भारत या किसी भी ऐसे देश का नाम नहीं लिया जो कि विस्तारित परिषद का स्थायी सदस्य हो सकता है.
निक्की ने काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स को संबोधित करने के बाद कल सुरक्षा परिषद में सुधार संबंधी एक प्रश्न के जवाब में कहा कि, वह अभी भी सीख रहीं हैं और जानतीं हैं कि सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए चर्चाएं चल रहीं हैं.
उन्होंने कहा, 'मैं किसी की भी बात सुनने के लिए चाहे उन्हें जो भी कहना हो उस पर विचार करने और आगे बढने के लिए तैयार हूं.'
सीएफआर के अध्यक्ष रिचर्ड हास ने निकी से सुरक्षा परिषद सुधार के संबंध में पूछा था और कहा था कि, 'पहले के कुछ अमेरिकी प्रशासन स्थायी सदस्यों की संख्या बढाने और जर्मनी, भारत और जापान जैसे देशों को इसमें शामिल करने संबंधी मुद्दे उठा चुके हैं.'
भारत लंबे समय से सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की मांग कर रहा है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत की मांग का समर्थन किया था.
साल 2010 में उन्होंने भारत की संसद में अपने भाषण में कहा था कि उन्हें, 'ऐसी सुरक्षा परिषद का इंतजार है जिसमें सुधार किया गया हो और जिसमें भारत स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हो.'
भारत सुरक्षा परिषद में सुधारों को पूरा करने की लंबे समय से मांग करता आ रहा है.