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पनामा पेपर मामले में जेल भी जा सकते हैं नवाज शरीफ

सर्वोच्च न्यायालय ने 67 वर्षीय शरीफ को 28 जुलाई को पद के लिए अयोग्य ठहराया था

FP Staff

पाकिस्तान के बर्खास्त प्रधानमंत्री अपनी बीमार पत्नी के साथ लंदन में होने के कारण पनामा पेपर मामले में भ्रष्टाचार विरोधी अदालत के समक्ष शुक्रवार को पेश नहीं होंगे. एक वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी. सर्वोच्च न्यायालय ने 67 वर्षीय शरीफ को 28 जुलाई को पद के लिए अयोग्य ठहराया था.

फैसले के बाद ‘राष्ट्रीय जवाबदेह ब्यूरो’ (एनएबी) ने शरीफ, उनके परिवार के सदस्यों और वित्त मंत्री इशाक डार के खिलाफ इस्लामाबाद जवाबदेह अदालत में भ्रष्टाचार और धन शोधन के तीन मामले दर्ज किए हैं.


सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के एक आला रहनुमा ने बताया कि शरीफ शुक्रवार को सुनवाई में हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि वह लंदन में अपनी पत्नी कुलसुम की तीमारदारी में मसरूफ हैं.

उन्होंने कहा, ‘शरीफ ने सुनवाई में शामिल होने और आरोपों से इनकार करने के लिए एक प्रतिनिधि को नामांकित किया है.’ टीवी फुटेज में दिख रहा है कि शरीफ की बेटी और दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) मोहम्मद सफदर सुनवाई में शरीक होने के लिए अदालत परिसर पहुंच गए हैं. शरीफ पिछली सुनवाई के दौरान भी मौजूद थे.

कुलसुम गले के कैंसर से पीड़ित हैं और अब तक ब्रिटेन में उनके तीन ऑपरेशन हो चुके हैं.

शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों के अदालत में पेश होने के लिए उनपर दवाब बनाने के चलते भ्रष्टाचार विरोधी इकाई एनएबी ने उनके बैंक खातो पर रोक लगा दी है और उनकी संपत्तियों को जब्त कर लिया है.

शरीफ सोमवार को भी अदालत में पेश नहीं हुए थे क्योंकि वह पत्नी के साथ लंदन में थे. शरीफ के परिवार ने आरोप लगाया है कि मामले सियासी तौर पर प्रेरित हैं. दोष साबित होने के बाद शरीफ को जेल जाना पड़ सकता है.