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मोदी का यूएस दौरा: विवादों से परे भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों का तर्क

एक दूसरे के राजनीतिक मूल्यों में विश्वास और खुशहाली में विश्वास ने हमारे संबंधों के विकास को बेहतर बनाया है

FP Staff

अमेरिका के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के 'अभिशाप' को हराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 'हमारे रणनीतिक संबंधों का तर्क विवादों से परे है.'

अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपे लेख के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक से पहले मोदी ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध अगले कुछ दशकों में 'महत्वाकांक्षी क्षितिज, साझा कार्रवाई और विकास की पहले से भी अधिक बेहतर होगा.'


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में मंगलवार आधी रात (भारतीय समय के अनुसार 1 बजकर 20 मिनट) को मुलाकात होना है.

मोदी ने याद दिलाया कि उन्होंने 2016 में किस तरह अमेरिकी कांग्रेस (संसद) से कहा था कि द्विपक्षीय संबंधों ने 'इतिहास के संकोच' को खत्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि एक साल बाद मैं फिर अमेरिका लौटा हूं और दोनों देशों के पहले से अधिक निकटता के साथ काम करने के प्रति यकीन रखता हूं.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह विश्वास हमारे साझा मूल्यों और हमारी प्रणालियों की स्थिरता की मजबूती से पैदा होता है. हमारे लोगों और संस्थानों ने नवीकरण तथा पुनरुत्थान के एक औजार के रूप में तेज लोकतांत्रिक बदलाव को देखा है.'

दोनों देशों के संबंधों के विकास को बेहतर बनाया

पीएम मोदी ने कहा, 'एक-दूसरे के राजनीतिक मूल्यों में विश्वास और एक-दूसरे की खुशहाली में अटूट विश्वास ने हमारे बीच के संबंधों के विकास को बेहतर बनाया है.'

रक्षा को अपनी साझेदारी का दूसरा लाभकारी क्षेत्र करार देते हुए मोदी ने कहा कि 'अपने समाज और दुनिया को आतंकवादी ताकतों, कट्टरपंथी विचाराधाराओं के साथ-साथ गैर-पारंपरिक सुरक्षा खतरों से सुरक्षित करने के क्षेत्र में भारत और अमेरिका के हित समान हैं.'

उन्होंने कहा, 'आतंकवाद से निपटने में भारत के पास बीते चार दशकों का अनुभव है. हम इस अभिशाप को हराने के लिए अमेरिकी सरकार की प्रतिबद्धता को समझते हैं.'

मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका आने वाली उन रणनीतियों और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने को लेकर साथ काम कर रहे हैं, जो उन्हें अफगानिस्तान, पश्चिम एशिया, भारतीय-प्रशांत के बड़े समुद्री क्षेत्र में प्रभावित करते हैं. नए और साइबर क्षेत्र के लगातार बढ़ते खतरों से निपटने के लिए भी दोनों देश मिलजुल कर काम कर रहे हैं.

मोदी ने इस बात पर बल दिया कि भारत और अमेरिका के साथ मिलकर काम करने से दुनिया को इसका फायदा पहुंचेगा. मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच वर्तमान में 115 अरब डॉलर मूल्य का आपसी कारोबार होता है. जिसके आने वाले समय में कई गुणा बढ़ने की उम्मीद है.