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झूठी है पति-पत्नी के जुड़वां भाई-बहन निकलने की कहानी!

खबर थी कि शादीशुदा जोड़े को 33 साल बाद पता चला कि वे भाई-बहन हैं और वो भी जुड़वां...

FP Staff

आपने यह खबर पढ़ी है- अमेरिका में एक शादीशुदा जोड़े को 33 साल बाद पता चला कि वे भाई-बहन हैं और वो भी जुड़वां? यह स्टोरी काफी वायरल हुई और लोग इसे खूब पढ़ भी रहे हैं लेकिन ऐसा लगता है कि यह स्टोरी फर्जी है.

खबर आई थी कि अमेरिका में एक शादीशुदा जोड़ा बच्चे की चाह में मिसीसिपी के एक क्लीनिक पहुंचा था. यहां आईवीएफ जांच के दौरान उन्हें पता चला कि दोनों जुड़वां भाई-बहन हैं.


यह कहानी 'मिसीसीपी हेराल्ड' में छपी थी और जल्द ही इसे पूरी दुनिया की मीडिया ने उठा लिया. फ़र्स्टपोस्ट ने भी इसे समाचार एजेंसी भाषा के हवाले से प्रकाशित किया था.

लेकिन अब जो जानकारी सामने आ रही है, उससे इस घटना की सत्यता पर सवाल खड़े हो गए हैं.

यह खबर बिना किसी बाइलाइन के 'मिसीसीपी हेराल्ड' में आई थी और इसमें दी गई जानकारी मिसीसीपी के जैक्सन शहर के एक डॉक्टर के हवाले से थी.

डॉक्टर के मुताबिक, ‘आमतौर हम यह पता लगाने की कोशिश नहीं करते कि पति-पत्नी में क्या संबंध है. लेकिन इस मामले में लैब असिस्टेंट दोनों प्रोफाइलों में काफी समानताए देख कर हैरान रह गया.’

इसके बाद डॉक्टर ने जब मरीजों की फाइलें देखी तो पाया कि दोनों की जन्म की तारीख भी 1984 है. यह देखकर डॉक्टर को भरोसा हो गया कि दोनों मरीज जुड़वां हैं. खबर में डॉक्टर के हवाले से कहा गया था कि इन दोनों के माता-पिता की मौत के बाद दोनों को गोद लिया गया था.

खबर में डॉक्टर के नाम या क्लीनिक का खुलासा नहीं किया गया था.

हालांकि जब यह खबर वायरल हुई तो कई लोगों ने इसपर सवाल उठाने शुरू कर दिए. कई पाठकों का कहना था कि उन्हें ऐसे किसी अखबार के होने का पता ही नहीं था.

इंग्लिश अखबार मिरर ने इसकी पड़ताल की तो मिसीसीपी के स्थानीय अखबार की मौजूदगी से इंकार किया.

इस अखबार का कोई पता नहीं मिल पाया है. सबसे रोचक बात है कि मिसीसीपी हेराल्ड ने ऑनलाइन खबरों का प्रकाशन 10 अप्रैल से ही शुरू किया है. अखबार की साइट पर कोई नंबर, ईमेल पता या संपर्क नहीं है. www.mississippiherald.com डोमेन 2 नवंबर 2016 को ही रजिस्टर किया गया था.

इन सभी चीजों को देखकर तो ऐसा ही लगता है कि यह खबर फर्जी है.