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जकरबर्ग ने हार्वर्ड स्नातकों से 'उद्देश्यपूर्ण' दुनिया बनाने की अपील की

जकरबर्ग को कल नौ अन्य लोगों के साथ इस मानद उपाधि से नवाजा गया

Bhasha

फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग ने हार्वर्ड लौट कर यहां के स्नातकों से कहा कि आज की दुनिया के लिए एक उद्देश्य तय करना, दूसरों की परवाह करना, असमानता से लड़ना और वैश्विक समुदाय को मजबूत करना उनकी पीढ़ी की जिम्मेदारी है.

मार्क जकरबर्ग ने कल शहर के पूर्व नेता डेविड राजू अजनार और एग्नेस इगोये जैसे स्नातकों से जुड़े किस्से साझा करते हुए कहा, ‘बदलाव स्थानीय रूप से ही शुरू होता है. यहां तक कि वैश्विक बदलाव भी हम जैसे लोगों के साथ छोटे स्तर से शुरू होते हैं.’


डेविड शहर के एक पूर्व नेता है जिन्होंने मेक्सिको सिटी में समलैंगिक विवाह को वैध करवाने के प्रयासों का नेतृत्व किया. एग्नेस यूगांडा के संघर्ष क्षेत्रों में पले-बढ़े और अब कानून प्रवर्तन अधिकारियों को प्रशिक्षण देते हैं.

अरबपति जकरबर्ग ने कहा, ‘यह मेरी कहानी भी है. डॉरमेटरी कमरे में रहने वाला एक छात्र...एक समय में एक समुदाय से बात करने वाला और ऐसा तब तक करते रहने वाला जब तक हम पूरी दुनिया से न जुड़ जाएं.’

फेसबुक पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए 12 साल पहले हार्वर्ड छोड़ चुके जकरबर्ग को कल यहां डॉक्टरेट की मानद उपाधि मिली.

जकरबर्ग ने साल 2004 में अपने डॉरमेटरी के कमरे में फेसबुक की शुरूआत की थी. तब यह हार्वर्ड के छात्रों के लिए एक छोटी सी नेटवर्किंग साइट थी. आज यह सोशल नेटवर्किंग की वैश्विक साइट है जिसके लगभग दो अरब सदस्य हैं.

जकरबर्ग को कल नौ अन्य लोगों के साथ इस मानद उपाधि से नवाजा गया.

जकरबर्ग ने कहा, ‘यदि आज यहां यह भाषण मैं पूरा कर लेता हूं तो यह पहली बार होगा जब मैंने हार्वर्ड में कुछ पूरा किया होगा,’ और वाकई उन्होंने यह भाषण पूरा किया.