मैनचेस्टर अरीना में ब्लास्ट करने वाले सुसाइड बॉम्बर की पहचान 22 वर्षीय सलमान आबिदी के रूप में हुई है. सिंगर अरियाना ग्रांदे के कॉन्सर्ट के दौरान हुए हमले में 22 लोगों की मौत हो गई है और 59 घायल हुए हैं.
सलमान आबिदी लीबिया का एक कॉलेज ड्रॉप आउट था. डेली टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक उसका परिवार करीब 10 सालों तक मैनचेस्टर में रहा.
बेहद शांत था वह
मैनचेस्टर लीबियन कम्युनिटी के एक सदस्य ने द गार्डियन को बताया कि वह काफी शांत लड़का था और उनका काफी सम्मान भी करता था. उन्होंने बताया कि सलमान का भाई इस्माइल थोड़ा नटखट था, लेकिन वह बेहद शांत था. उन्होंने कहा उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि सलमान ऐसा कर सकता है.
मैनचेस्टर लीबियन कम्युनिटी के एक सदस्य ने 'द गार्डियन' को बताया कि वह काफी शांत लड़का था और उनका काफी सम्मान भी करता था. उन्होंने बताया कि सलमान का भाई इस्माइल थोड़ा नटखट था, लेकिन वह बेहद शांत था. उन्होंने कहा उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि सलमान ऐसा कर सकता है.
जब उसने गुस्से में दिखाई थी आंख
जिस मस्जिद में आबिदी के पिता अजान देते थे, वहीं उसका भाई इस्माइल वॉलिंटियर था. मस्जिद के वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद सईद ने 2015 की एक बात याद करते हुए द गार्डियन को बताया कि एक बार उन्होंने मस्जिद में आंतक के खिलाफ उपदेश दिया था. तब सलमान ने उन्हें नफरत भरी नजरों से देखा था.
हाल ही में लीबिया से लौटा था
सलमान का परिवार मूलतः लीबिया का रहने वाला था जो लीबिया में गद्दाफी की तानाशाही से परेशान होकर यूके आया था. सलमान के पिता रमजान आबिदी मैनचेस्टर के स्थानीय मस्जिद में अजान देते थे, उन्हें वहां ज्यादातर लोग जानते भी थे.
आबिदी की एक बहन और दो भाई हैं. माना जा रहा है कि उसके माता-पिता इन दिनों लीबिया में रह रहे हैं.
आबिदी के एक दोस्त ने द गार्डियन को बताया कि वह तीन सप्ताह पहले ही लीबिया गया था और कुछ दिनों पहले ही वापस लौटा था.