इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने कहा कि इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा अगवा किए गए 39 भारतीयों के मामले में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. अल अबादी ने शनिवार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अभी तक जांच जारी है लेकिन मैं इस पर कोई भी बयान नहीं दे सकता.
जुलाई में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अगवा कामगारों के परिवार से कहा था कि ये सभी लोग मोसुल के उत्तर-पश्चिम में बदूश जेल में हो सकते हैं. इराकी सेना ने हमला कर इस इलाके को आईएस के कब्जे से छुड़ा लिया है.
जून 2014 में आईएसआईस ने मोसुल में 39 भारतीयों को अगवा कर लिया था. बंधक बनाए गए अधिकतर भारतीय पंजाब के रहने वाले हैं. इनके परिजन इनकी रिहाई के लिए दिल्ली आकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से कई बार गुहार लगा चुके हैं. अगवा कर लिए गए सभी भारतीय एक इराकी निर्माण कंपनी के लिए काम कर रहे थे.
इन अगवा भारतीयों के बारे में पता लगाने के लिए बीते जुलाई महीने में विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने इराक का दौरा किया था.
इराक के उत्तरी और पश्चिमी हिस्से पर आईएस के कब्जे से पहले वहां हजारों भारतीय रहते और काम करते थे.