लंदन के ट्रैफलगर स्क्वायर पर 12 अगस्त को होने वाली खालिस्तान समर्थक रैली के जवाब में यहां भारतीय स्वतंत्रता दिवस समारोह की योजना बनाई गई है.
कार्यक्रम 'वी स्टैंड विद इंडिया' के आयोजकों ने खालिस्तान समर्थक रैली का आयोजन करने वाले समूह पर आरोप लगाया कि वह कार्यक्रम रद्द होने की झूठी खबरें फैला रहा है.
स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजक नवदीप सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) झूठ क्यों फैला रहा है कि भारतीय स्वतंत्रता दिवस रैली रद्द हो गई है.'
दोनों ही समूहों की ओर से हजारों लोगों के ट्रैफलगर स्क्वायर पहुंचने की उम्मीद जतायी गई है क्योंकि ब्रिटेन ने कहा है कि वह किसी भी समूह को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने से नहीं रोकेगा.
ब्रिटिश सरकार के एक प्रवक्ता कहा कि ब्रिटेन में लोगों को एकत्रित होने और अपने विचार रखने का अधिकार है, बशर्ते वे ऐसा कानून के तहत करें.
भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी करके ब्रिटेन के इस फैसले पर निराशा जतायी थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था, 'हमने कहा है कि इस रैली का मकसद हिंसा, अलगाववाद और नफरत फैलाना है और हम उम्मीद करते हैं कि जब वे ऐसे मामलों पर निर्णय करें तो संबंधों के व्यापक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखें.'
ब्रिटिश सिख एसोसिएशन के अध्यक्ष डाक्टर रामी रांगेर ने खालिस्तान समर्थक रैली को 'कुछ अनिर्वाचित और स्वयं नियुक्त सिखों द्वारा उठाया गया कदम' करार दिया.
उन्होंने कहा, 'अगर उनके तर्क में कुछ दम है तो उन्हें पंजाब जाकर खालिस्तान के एजेंडे पर चुनाव लड़ना चाहिए. विदेशी धरती पर गैर लोकतांत्रिक तरीके से जनमत संग्रह की मांग करके बड़े पैमाने पर सिखों और उनके गुरुओं को शर्मिंदा करने का कोई मतलब नहीं है.'
सिख फॉर जस्टिस नाम के समूह का कहना है कि 'इस रैली का मकसद पंजाब की स्वतंत्रता के लिए 2020 में एक गैर बाध्यकारी जनमत संग्रह की मांग को लेकर जागरूकता फैलाना है.'