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सूडान और मिस्र के बीच बना नया देश बनाकर यह युवक बना राजा!

इंदौर का एक युवक है सुयश दीक्षित, जिसने खुद को 'किंगडम ऑफ दीक्षित' का शासक घोषित किया है

FP Staff

सूडान और मिस्र के बीच एक नया देश बना है, 'किंगडम ऑफ दीक्षित'. एक भारतीय युवक ने खुद को इस इलाके का राजा घोषित करते हुए यहां अपना झंडा फहराया है. अब वह चाहता है कि यूएन इस इलाके को मान्यता दे. उसने लोगों से इस देश में नागरिकता के लिए आवेदन करने को कहा है.

इंदौर का एक युवक है सुयश दीक्षित, जिसने खुद को 'किंगडम ऑफ दीक्षित' का शासक घोषित किया है. वह तब से चर्चाओं में है, जब से उसने फेसबुक पर 'किंगडम आफ दीक्षित' के दावों के साथ अपनी तस्वीरें डालीं. ये सूडान और मिस्र के बीच मौजूद छोटा सा इलाके है, जिसे बीर ताविल के नाम से जाना जाता है.


इस इलाके पर नहीं किसी किसी का दावा

ये बहुत छोटा सा इलाका है, जो मिस्र और सूडान की दक्षिणी सीमा को छूता है. वर्ष 1902 में अंग्रेजों ने जब इस इलाके की सीमाबंदी की, तो ये गैर दावाग्रस्त इलाका बनकर रह गया. मिस्र को लगता है कि ये सूडान का क्षेत्र है जबकि सूडान इसे मिस्र की सीमा में मानता है. अब तक किसी ने इस पर दावा नहीं किया था. हालांकि ये रेगिस्तानी इलाका है, जो लाल सागर के करीब है. माना जाता है कि यहां तेल हो सकता है.

यहां तक पहुंचने की कहानी

सुयश कैसे यहां पहुंचे और खुद को यहां का राजा घोषित किया. इसकी कहानी उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखी है. बकौल उनके, 'मैंने इस रेगिस्तानी इलाके में पहुंचने के लिए 319 किलोमीटर की ऐसी यात्रा की, जिसमें ज्यादातर हिस्से में सड़क भी नहीं थी. ये 800 वर्ग मील का एरिया किसी देश का नहीं है. ये ऐसा इलाका है जहां लोग आराम से रह सकते हैं. इस इलाके पर दावा करने के लिए मैने पेड़ उगाने के लिए बीज लगाया और उस पर पानी डाला. इस तरह से अब मैं दावा कर सकता हूं कि ये जगह मेरी है.'

नागरिकता के लिए वेबसाइट बनाई

फेसबुक पर उन्होंने बताया कि किस तरह कई दिनों की यात्रा के बाद वे यहां तक पहुंच पाए. उन्होंने बताया, 'यहां चारों तरफ रेत और पहाड़ियां हैं. हालांकि, लोग यहां जाने की इजाजत नहीं देते. क्योंकि यहां जान का खतरा रहता है. मैने यहां दो जगह अपना झंडा फहराया'. एक झंडा अपने देश की राजधानी में फहराया और दूसरा अपने देश की सीमा पर.

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग यहां निवेश करें और यहां की नागरिकता के लिए  https://kingdomofdixit.gov.best वेबसाइट आवेदन करें.

पिता को राष्ट्रपिता बनाया

उन्होंने कहा कि इस देश में तमाम पद खाली हैं, जिस पर लोग आवेदन कर सकते हैं, जिसे स्वीकार करने के लिए वह विचार करेंगे. सुयश ने अपने पिता को 'किंगडम ऑफ दीक्षित' का राष्ट्रपति बनाकर उन्हें बर्थ-डे गिफ्ट देने की भी बात कही है.

पहले से कई दावेदार

दीक्षित ने खुद को यहां का राजा बेशक घोषित कर दिया हो और उनका इरादा इसे यूएन में मान्यता दिलाने का है. लेकिन इस पर पहले भी कई लोग दावा ठोक चुके हैं. वर्ष 2014 में जेरमी हीटन ने इसको अपना बताया था और इसका झंडा फहराया था. तब उनका कहना था कि इस इलाके की असल शहजादी उनकी बेटी है.

(साभार न्यूज18)