view all

भारत ने किया बांग्लादेश से करार, पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ी

बांग्लादेश को डीजल और प्राकृतिक गैस पहुंचाने के लिए भारत पाइपलाइन का निर्माण करेगा

Bhasha

बांग्लादेश को डीजल और प्राकृतिक गैस पहुंचाने के लिए भारत पाइपलाइन का निर्माण करेगा. भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उर्जा उपभोक्ता है और वह पड़ोसी देश के साथ संबंधों को मजबूत करने की तैयारी कर रहा है.

पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी से उत्तरी बांग्लादेश में पारबतीपुर के बीच डीजल परिवहन के लिए 131 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जाएगी. वहीं प्राकृतिक गैस के परिवहन के लिए पश्चिम बंगाल के दत्तापुलिया से खुलना तक पाइपलाइन बिछाई जाएगी.


पेट्रोलियम सचिव के.डी. त्रिपाठी ने कहा कि ये पाइपलाइन भारत के बांग्लादेश के साथ गैर बाध्यकारी संरचना रूपरेखा का हिस्सा है. हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत ने बांग्लादेश के साथ एफओयू किया है.

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को हाइड्रोकाबर्न क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए भारत-बांग्लादेश के बीच संस्थागत ढांचा तंत्र की स्थापना को मंजूरी दी थी.

बांग्लादेश को 15 साल तक डीजल देगा भारत

इस सहयोग के तहत भारत का इरादा बांग्लादेश में एलएनजी आयात टर्मिनल की स्थापना, नुमालीगढ़ रिफाइनरी से डीजल की आपूर्ति और एलपीजी बिक्री करने का है.

मंत्रालय में संयुक्त सचिव संजय सुधीर ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा के दौरान बांग्लादेश को 15 साल का डीजल आपूर्ति का करार किया गया है.

फिलहाल इसकी शुरुआत मालगाड़ी के जरिए डीजल की आपूर्ति शुरू करने के साथ की जाएगी. नुमालीगढ़ रिफाइनरी के सिलीगुड़ी टर्मिनल से बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के पारबतीपुर डिपो तक मालगाड़ी से 2,200 टन ईंधन पहुंचाया जाएगा. जुलाई तक हर महीने एक मालगाड़ी भेजी जाएगी. उसके बाद यह संख्या बढ़ेगी.