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इंडोनेशिया विमान हादसा : भारतीय पायलट के शव की पहचान हुई, परिजनों को सौंपा जाएगा शव

1997 में मेदान के पास गरुड़ फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण 234 लोग मारे गए थे. दिसंबर 2014 में, सुराबाया से सिंगापुर जाने वाली एयरएशिया फ्लाइट समुद्र में गिर गई थी जिसमें विमान में सवार सभी 162 लोगों की मौत हो गई थी

FP Staff

29 अक्टूबर को इंडोनेशिया में समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त विमान के भारतीय पायलट भव्य सुनेजा के शव की इंडोनेशियाई अधिकारियों ने शिनाख्त कर ली है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक ट्वीट कर सुनेजा के शव की शिनाख्त होने की घोषणा की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘इंडोनेशियाई अधिकारियों ने कैप्टन भव्य सुनेजा के शव की शिनाख्त होने की पुष्टि की है. जकार्ता में भारतीय राजदूत की मौजूदगी में आज परिवार को उनका शव सौंपा जाएगा. मेरी हार्दिक संवेदनाएं उनके साथ हैं.’

इंडोनेशिया के जावा द्वीप में जकार्ता के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद लायन एयर का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस विमान में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों समेत 188 लोग सवार थे.

दिल्ली के रहने वाले थे भव्य:

इंडिया टीवी के अनुसार कैप्टन सुनेजा (31) दिल्ली के रहने वाले थे और इस एयरलाइन्स से 2011 से जुड़े थे. मूल रूप से नई दिल्ली के सुनेजा अब जकार्ता के निवासी थे. उन्होंने मयूर विहार में अहलॉक पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की थी. इससे पहले, वह तीन महीने के लिए अमीरात के साथ एक ट्रेनी पायलट के रुप में जुड़े थे. उन्हें 2009 में बेल एयर इंटरनेशनल से पायलट लाइसेंस प्राप्त किया था. लायनएयर ने एक बयान में कहा था कि सुनेजा को 6,000 से अधिक घंटों के उड़ान का अनुभव था. और उनके इंडोनेशियाई सह-पायलट हार्विनो को 5000 घंटे से ज्यादा का अनुभव था.

लायन एयर क्रैश 1997 के बाद से इंडोनेशिया की सबसे खराब एयरलाइन आपदा है. 1997 में मेदान के पास गरुड़ फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण 234 लोग मारे गए थे. दिसंबर 2014 में, सुराबाया से सिंगापुर जाने वाली एयरएशिया फ्लाइट समुद्र में गिर गई थी जिसमें विमान में सवार सभी 162 लोगों की मौत हो गई थी.