संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की शुक्रवार को जिनेवा में हुई बैठक के दूसरे दिन भी कश्मीर मुद्दे को उठाने पर भारत ने पाकिस्तान को 'फेल्ड स्टेट' कहकर उसकी आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों की शरणस्थली है, यहां ओसामा बिन लादेन को सुरक्षा मिली हुई थी. भारत ने मांग की कि मुंबई, पठानकोट व उरी के हमलावरों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए.
जिनेवा में भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेकेंड सेक्रेटरी मिनी देवी कुमाम ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी पैदा होते हैं और सड़कों पर खुले आम घूमते हैं. उन्होंने कहा, 'हम पाकिस्तान सरकार द्वारा 2008 में मुंबई हमले व 2016 में उरी और पठाकोट हमले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करते हैं. ऐसे देश से लोकतंत्र और मानवाधिकारों पर सबक की आवश्यकता नहीं है जिसे दुनिया 'फेल्ड स्टेट' समझती है.'
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के डिप्टी परमानेंट रिप्रेज़ेंटेटिव ताहिर अंद्राबी ने कश्मीर में जनमत संग्रह करवाने के मामले में जवाहर लाल नेहरू का ज़िक्र किया था. उसी बात का जवाब देते हुए मिनी देवी कुमाम ने ये बाते कहींं.
अंद्राबी ने कहा था कि कश्मीर की मूल समस्या वहां के लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने से संबंधित है और इस बात को भारत पहले प्रधानमंत्री व संस्थापक जवाहर लाल नेहरू ने भी स्वीकार किया था.
(साभार: न्यूज़18)