अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को आर्मी कैंप के बाहर हुए एक आत्मघाती बम धमाके में सेना के 15 ट्रेनी अधिकारी मारे गए.
काबुल में बीते 24 घंटे के अंदर यह दूसरा आत्मघाती बम हमला है. बीते मंगलवार से लेकर अब तक अफगानिस्तान में सात बड़े हमले हो चुके हैं. इन हमलों में मरने वालों की संख्या 200 से अधिक हो गई है. जबकि सौ से ज्यादा लोग जख्मी हो चुके हैं.
शुक्रवार को काबुल में एक मस्जिद में एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया था. इस धमाके में 56 लोगों की मौत हो गई और 55 लोग बुरी तरह से घायल हो गए. आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
शनिवार को आर्मी कैंप पर हुए हमले की अब तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन इस हफ्ते पुलिस और आर्मी कैंपों पर हुए चार हमलों के पीछे तालिबान शामिल रहा है.
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वजीरी ने कहा, ‘शनिवार को अपराह्न सेना के कैडेट मिलिट्री अकादमी से जब एक मिनी बस में बाहर आ रहे थे, तो एक आत्मघाती बम हमलावर ने उन्हें निशाना बनाया. इस बम धमाके में 15 कैडेट शहीद हो गए और चार जख्मी हो गए.’ काबुल अपराध शाखा के प्रमुख जनरल मोहम्मद सलीम अलमस ने कहा कि पुलिस ने हमले की जांच शुरू कर दी है.
अलमस ने एएफपी को बताया, ‘मिनी बस में सेना के ट्रेनी मार्शल फहीम सैन्य अकादमी से अपने घरों लौट रहे थे.’