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सावधान! आपके सोशल मीडिया पोस्ट और प्रोफाइल पर है कई देशों की नजर

अमेरिका जैसे कुछ देशों ने ऐसा नियम बनाया है कि वे आपके मोबाइल फोन या लैपटॉप को चेक कर सकें. इसकी मदद से वे जानकारियां जुटा रहे हैं, जैसे कि किसी चरमपंथी गुट से आपका संबंध तो नहीं

FP Staff

कई देशों के इमीग्रेशन और सीमा सुरक्षा अधिकारी आपके सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्रोफाइल पर नजर रख रहे हैं. इसकी मदद से वे जानकारियां जुटा रहे हैं, जैसे कि किसी चरमपंथी गुट से आपका संबंध तो नहीं, क्या आप नफरत फैलाने वाली बयानबाजी तो नहीं करते, वगैरह-वगैरह.

अमेरिका जैसे कुछ देशों ने ऐसा नियम बनाया है कि वे आपके मोबाइल फोन या लैपटॉप को चेक कर सकें. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर में बताया गया है कि बेरी एपलमैन एंड लिडेन (बीएएल) नाम के एक लॉ फर्म ने श्वेत पत्र जारी कर बताया है कि साल 2017 में अमेरिकी सीमा अधिकारियों ने 30,200 इलेक्ट्रॉनिक सामानों की तलाशी ली. फर्म का आंकड़ा बताता है कि पिछले साल की तुलना में 2017 में 58 प्रतिशत ज्यादा तलाशी ली गई.


इन दोनों वर्षों के उलट साल 2015 में इलेक्ट्रॉनिक तलाशी की संख्या मात्र साढ़े आठ हजार रही.

ऐसी तलाशी की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है. इस साल 31 मार्च तक अमेरिका में 15 हजार इलेक्ट्रॉनिक सामानों की तलाशी की खबर है. बीएएल ने अपने श्वेत पत्र 'सोशल मीडिया एंड इमीग्रेशन' में कहा है, हालांकि तलाशी की संख्या काफी कम है लेकिन जो लोग अमेरिका आ रहे हैं या अमेरिका में रहते हैं उन्हें सीमा पर सेल फोन या अन्य उपकरण चेक कराने के लिए कहा जा सकता है.

बुनियादी तौर पर बिना किसी आपराधिक संदेह के भी आपके इलेक्ट्रॉनिक सामानों की तलाशी के लिए कहा जा सकता है. अधिकारियों को किसी अपराध की शंका होती है तो वे आपके उपकरण जब्त कर सकते हैं या उसे फॉरेंसिक लैब में भेज सकते हैं.

बीएएल ने कंपनियों को तलाशी के नियम जानने और कर्मचारियों को इसके लिए तैयार रहने का सुझाव दिया है. बीएएल का कहना है कि इससे लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी या तलाशी के वक्त शांत रहते हुए जांच का काम निपटाया जा सकता है.