एक पाकिस्तानी नगारिक ने पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी नवविवाहित पत्नी को उच्चायोग में रोक रखा है. उसकी पत्नी भारतीय है और शादी के बाद पाकिस्तान में रह रही है.
पाकिस्तानी नागरिक तहिर ने दावा किया वो और उसकी पत्नी उजमा वीजा के लिए आयोग में आवेदन करने गए थे. जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली निवासी उजमा और ताहिर मलेशिया में मिले थे और एक दूसरे से प्रेम करने लगे.
तीन मई को किया था निकाह
इसके बाद उजमा, वाघा सीमा होते हुए एक मई को पाकिस्तान गई. दोनों ने तीन मई को निकाह कर लिया.
ताहिर के मुताबिक वो दोनों उच्चायोग भवन गए और वीजा फॉर्म के साथ अपने फोन अधिकारियों को सौंप दिए. इसके बाद अधिकारियों द्वारा बुलाए जाने पर उजमा अंदर गई जबकि ताहिर को बाहर रोक दिया गया.
जब कई घंटों बाद उसकी पत्नी नहीं लौटी, तब ताहिर ने अधिकारियों से उसके बारे में पूछताछ की, जिन्होंने दावा किया कि वो वहां नहीं हैं. ताहिर ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके तीन मोबाइल फोन भी उन्हें वापस करने से मना कर दिया.
ताहिर ने कहा कि उन्होंने सचिवालय पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई है. जियो न्यूज के मुताबिक, वहीं दूसरी ओर भारतीय उच्चायोग ने दावा किया कि उजमा वहां अपनी मर्जी के बगैर रह रही थी.
भारतीय उच्चायोग ने कहा कि उन्होंने उनके पति को अपनी पत्नी से मिलने के लिए सोमवार को उच्चायोग आने और वीजा लेने को कहा है. खबरों के मुताबिक इस विषय को पाकिस्तान ने राजनयिक स्तर पर भी उठाया है.