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UN में सुषमा के भाषण पर क्या रही पाक मीडिया की प्रतिक्रिया?

पाकिस्तान के कुछ मीडिया संस्थानों ने इसे निराधार बताया तो वहीं कुछ ने इसे भारत का एजेंडा

FP Staff

संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान पर जम कर हमला बोला. उन्होंने अपने भाषण में ओसामा बिन लादेन से लेकर हाफिज सईद तक के पाकिस्तान के साथ संबंधों का जिक्र किया. स्वराज के संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण के बाद यह मुद्दा पाकिस्तान की मीडिया में चर्चा का विषय बन गया. पाकिस्तान के कुछ मीडिया संस्थानों ने इसे निराधार बताया तो वहीं कुछ ने इसे भारत का एजेंडा बताया है.

जियो न्यूज


जियो न्यूज ने भारत पर पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द करने के बाद भारत के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. जियो न्यूज के मुताबिक 'भारतीय मंत्री (सुषमा स्वराज) ने कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेनाओं द्वारा मानवाधिकार उल्लंघनों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया. जियो न्यूज के अनुसार 'स्वराज ने भारतीय कब्जे वाले कश्मीर (आईओके) में चल रहे अत्याचारों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया.'

डॉन

डॉन अखबार ने अपने पहले पन्ने पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी के भारत में उनके समकक्ष के बयान पर टिप्पणी को तरजीह दी. उन्होंने लिखा, 'पाकिस्तान ने 'भारत को एलओसी पर किसी तरह की हरकत न करने कि चेतावनी दी.'

वहीं 'बीजेपी शासित भारत के बुरे चेहरे' नाम से छपे एक संपादकीय में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत ने भारत के वार्ता रद्द करने के कारणों की निंदा की. उन्होंने कहा, 'मोदी की गलतियां, भारतीय लोगों की निराशा और पाकिस्तान के कड़े विरोध से भारत के 2019 चुनावों में इस बुरे शासन की करारी हार होगी.'

एक्सप्रेस ट्रिब्यून

इस अखबार ने फ्रंट पेज पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री द्वारा भारत के आतंकी चेहरे को बेनकाब करने की बात कही. वहीं साइमा अमन सियाल द्वारा एक्सप्रेस ट्रिब्यून में लिखे संपादकीय में भी उन्होंने कश्मीर में भारत द्वारा किए जा रहे कथित मानवाधिकारों के हनन की बात कही. साथ ही इस लेख में भारत द्वारा वार्ता रद्द किए जाने को संयुक्त राष्ट्र महासभा के पहले की कलाबाजियां बताया.

इस लेख में भारत पर आरोप लगाया कि वह वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करना चाहता है. अपने लेख में उन्होंने लिखा कि अगले साल के लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए यह भारत की चाल है. उन्होंने लिखा 'आने वाले चुनावों में बीजेपी सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए कुछ खास उपलब्धी नहीं है. इसलिए पाकिस्तान विरोधी राजनीति भारतीय राजनीति में एक आसान चुनाव जीताने वाला मुद्दा है.'

पाकिस्तान टुडे

पाकिस्तान टुडे ने भी डॉन अखबार जैसी ही रिपोर्ट छापी है. उन्होंने भी वार्ता रद्द करने के पीछे भारत को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं ओसामा बिन लादेन को सुरक्षित पनाह देने के पाकिस्तान पर लगाए गए सुषमा स्वराज के आरोप को भी गलत बताया.