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हिरोशिमा पर परमाणु बम हमले की मनाई गई 72वीं बरसी

जापान दुनिया का इकलौता देश है जिसपर परमाणु हमला हुआ था. अमेरिका ने उसपर 1945 में परमाणु बम बरसाए थे

Bhasha

हिरोशिमा पर परमाणु बम हमले की 72वीं बरसी पर जापान का परमाणु हथियारों को लेकर अंतर विरोध एक बार फिर उभर कर सामने आया है. जुलाई में जापान परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने वाली संयुक्त राष्ट्र की एक संधि को खारिज करने में परमाणु हथियार संपन्न ब्रिटेन, फ्रांस और अमेरिका के साथ शामिल हुआ था. यह बरसी उसी पृष्ठभूमि में हो रही है.

जापान दुनिया का इकलौता देश है जिसपर परमाणु बम बरसाए गए थे. उसपर 1945 में अमेरिका ने परमाणु हमला किया था.


जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने हिरोशिमा शांति स्मारक पार्क में आयोजित वार्षिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जापान को उम्मीद थी कि परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया के लिए इस तरह कदम उठाया जाएगा जिससे सभी देश सहमत होंगे.

आबे ने कहा, ‘परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया के निर्माण के लिए हमें परमाणु हथियार संपन्न और परमाणु हथियार नहीं रखने वाले देश दोनों की भागीदारी की जरूरत है.’ उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संधि की सीधे चर्चा किए बगैर कहा कि परमाणु हथियारों को खत्म करने की दिशा में प्रगति करने के लिए ‘हमारा देश दोनों पक्षों को प्रोत्साहित कर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का नेतृत्व करने के लिए प्रतिबद्ध है.’

जापानी अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र परमाणु हथियार प्रतिबंध संधि की आलोचना की. उन्होंने कहा कि इससे परमाणु हथियार संपन्न देशों और परमाणु हथियार नहीं रखने वाले देशों के बीच विभाजन बढ़ रहा है. संधि पर वार्ता या उसपर मतविभाजन में परमाणु हथियारों से संपन्न नौ देशों में से किसी ने भी हिस्सा नहीं लिया.

पीस मेमोरियल पार्क में आयोजित इस वार्षिक कार्यक्रम में परमाणु हमले में जीवित बचे लोग, उनके वंशज, शांति कार्यकर्ता और लगभग 80 देशों के प्रतिनिधियों समेत 50 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया.